दुर्गावती / कैमूर (बिहार), रिपोर्ट संजय मल्होत्रा: केंद्र सरकार के आदेश के बाद जिला व प्रशासन हरकत में आ गया है. भारत सरकार द्वारा सभी मजदूरों और छात्रों को उनके गृह जिला जाने की अनुमति केंद्र सरकार द्वारा मिलने के बाद दुर्गावती क्षेत्र के यूपी-बिहार बॉर्डर खजुरा गांव के समीप कर्मनाशा नदी पर डीएम व एसपी सहित दर्जनों पदाधिकारी पहुंचकर जायजा लिए।
जहां अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूर हो या छात्र-छात्राएं सभी लोगों को उनके गृह जिला भेजने के लिए बस का इंतजाम शासन- प्रशासन के द्वारा किया गया है. कैमूर जिला पदाधिकारी को यूपी-बिहार कर्मनाशा नदी बॉर्डर पर पहुंचते ही हड़कंप मच गया.
जहां प्रतिदिन भूखे प्यासे साधन नहीं मिलने के कारण साइकिल खरीद कर साइकिल चलाते हुए कुछ लोग तो पैदल के रास्ते तो कुछ साइकिल के द्वारा प्रवासी मजदूर अपने घर को लौटने का सिलसिला जारी है.
मजदूर देश के विभिन्न हिस्सों से साइकिल के द्वारा सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर बिहार के यूपी बिहार कर्मनाशा बॉर्डर तक पहुंच रहे हैं.
जहां उनका थर्मल स्क्रीनिंग के साथ-साथ साइकिल को भी सैनिटाइज किया जा रहा है.
और जो लोग पास बनवा कर छात्र-छात्राएं वाहन से आ रहे हैं उस वाहन को भी सैनिटाइज किया जा रहा है.
बॉर्डर पर पहुंचे जिला पदाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी ने बताया कि यूपी-बिहार बॉर्डर से हजारों प्रवासी मजदूर व छात्र-छात्रा बिहार में प्रवेश कर रहे हैं. सभी लोगों का थर्मल स्क्रीनिंग कराते हुए,भोजन खिलाना है और फिर उनके गृह जिला भेजने के लिए वाहन का व्यवस्था कराया जा रहा है. जिससे उनको किसी प्रकार का कोई परेशानी न होने पाए और दूसरे राज्य से अपने वाहन से पास बनवा कर आने वाले लोगों को उनके घर जाने के लिए छोड़ दिया जाएगा. और सबका नाम पता यहां बॉर्डर पर दर्ज किया जा रहा है.