जिस तरह से आप ने कोटा में फंसे छात्रों को गाड़ी भेजकर उन्हें घर तक छुड़वाया है। उसी तरह से हम सबकी भी जान बच लीजिये योगी जी। यह गुहार दूसरे राज्य में फंसे चन्दौली के मजदूर कर रहे हैं। इनका कहना है कि हम सब महाराष्ट्र व कर्नाटक के बेल्लारी में फंसे हुए हैं। हमारे पास खाने का न तो अनाज है और ना ही जेब में फूटी कौड़ी बची है। चन्दौली के उतरौत के तवरेज आलम अपने कई साथियों के साथ महाराष्ट्र के मुनरा पनवेल रोड उत्तर शीव नाका भंडारली गाँव तथा कर्नाटक के वेल्लारी में चन्दौली जनपद के पुरानी चकिया निवासी इस्लाम सहित कई मजदूरों को भोजन की व्यवस्था नहीं रहने से परेशान हैं। एक माह के इस लॉक डाउन में हम सब दूसरे प्रान्त में फंसे हुए हैं उनके पास का पैसा सब खत्म हो गया है और वे भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। ये लोग चन्दौली जनपद के उतरौत के रहने वाले हैं उनका मोबाइल नम्बर-7880376482 हैं । इनका कहना है कि किसी अधिकारी अथवा सामाजिक संगठन से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है। वहीं चकिया पुरानी चकिया के इस्लाम मियां भी कर्नाटक के बेल्लारी में हालत ठीक नहीं है। वह भी भूखमरी के कगार पर हैं। इन सभी मजदूरों की तत्काल मदद की जरूरत हैं।
अगर मजदूरों तक भोजन सामग्री और अन्य सहायता तत्काल नहीं पहुंचाया गया तो उनकी जिंदगी समाप्त हो सकती। इन सभी मजदूरों के परिजनों ने सोमवार को चन्दौली
स्वराज अभियान के नेता व मजदूर किसान मंच प्रभारी अजय राय से भेंट कर कोरोना लॉक डाउन में महाराष्ट्र व कर्नाटक में फंसे मजदूरों के बाबत ईमेल भेजकर गुहार लगाने का निवेदन किये। श्री राय ने तत्काल मजदूरों को वापस बुलाने की व्यवस्था किया जाने अथवा वहीं पर उनसे संपर्क करके कर्नाटक व महाराष्ट्र सरकार को उन मजदूरों की स्थिति से अगवत कराते हुए खाने का इंतजाम के बाबत एक पत्र ईमेल से भेजकर गुहार लगाया।श्री राय ने चन्दौली डीएम को भी ईमेल से दूसरे प्रान्त में फंसे मजदूरों की हालत से अवगत कराया है।