◆दिल्ली में रहकर दिहाड़ी मजदूरी कर रहे बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले आधा दर्जन मजदूर लॉकडाउन में वाहन बंद होने के कारण घर जाने के लिए 28 अप्रैल को साइकिल से दिल्ली से निकल पड़े थे. रास्ते में धर्मवीर (32) की तबियत खराब हुई तो वे अपने साथी को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. मजदूरों के प्रति शासन-प्रशासन की अनदेखी ने युवक की जान ले ली.◆
लखनऊ, Purvanchal News Print: लॉकडाउन के चलते दिल्ली से बिहार साइकिल से जा रहे कुछ मजदूरों में एक मजदूर की शाहजहांपुर जनपद में मौत हो गई। जबकि यहां मृतक के बाकी साथियों का पृथक-वास में रखा गया है. पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर प्रवीण कुमार ने शनिवार को बताया कि दिल्ली में रहकर दिहाड़ी मजदूरी कर रहे बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले आधा दर्जन मजदूर लॉकडाउन में वाहन बंद होने के कारण घर जाने के लिए 28 अप्रैल को साइकिल से दिल्ली से चले थे.
उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात ये श्रमिक शहर के ही लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर बरेली मोड़ के पास रुक गए. वहां धर्मवीर (32) की तबियत खराब हुई तो वे अपने साथी को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव गुप्ता ने बताया कि मृतक धर्मवीर का नमूना कोरोना वायरस जांच के लिए भेजा गया है और उसके साथियों को पृथक-वास में रखा गया है. यदि मृतक में संक्रमण की पुष्टि होती है तो अन्य मजदूरों के नमूने भी जांच के लिए भेजे जाएंगे. पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिये भेजा है. ज्ञातव्य हो कि दिल्ली में रहकर दिहाड़ी मजदूरी कर रहे बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले आधा दर्जन मजदूर लॉकडाउन में वाहन बंद होने के कारण घर जाने के लिए 28 अप्रैल को साइकिल से दिल्ली से निकल पड़े थे. लेकिन शाहजहांपुर जनपद में धर्मवीर (32) की तबियत खराब हुई तो वे अपने साथी को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. मजदूरों के प्रति शासन-प्रशासन की अनदेखी ने युवक की जान ले ली.