◆यूपी के सीएम योगी ने कहा कि बाहर से आने वाले मजदूरों की मैपिंग की जाएगी. इसी के आधार पर रोजगार दिया जाएगा. अब तक 15 लाख लोगों को रोजाना रोजगार देने का काम किया गया है. छह लाख प्रवासी मजदूर वापस लौट चुके हैं. उन्हें स्किल के हिसाब से रोजगार दिया जायेगा. गरीब कल्याण पैकेज से बेरोजगारों का लाभ होगा. उत्तर प्रदेश में 26 लाख कामगार दूसरे राज्यों के हैं.◆ लखनऊ, Purvanchal News Print: उत्तर प्रदेश के योगी आदित्य नाथ ने प्रवासी मजदूरों के आने से कोरोना वायरस के बढ़ने का खतरा बताया है. नासिक से मजदूरों को लेकर एक ट्रेन लखनऊ पहुंच रही है. यूपी में प्रवासी मजदूरों के आने से संक्रमण बढ़ने के खतरे से निपटने के लिए पहले से तैयारियां शुरू हो गयी है. इसलिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. प्रवासी मजदूरों का कहना है कि यूपी सरकार ने दूसरे राज्यों से फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए हेल्पलाइन जारी किया है. उस पर कोई कोई जवाब नहीं मिलता है या वह काम ही नहीं करता है .इस हेल्पलाइन पर कोई चर्चा ही नहीं हो रही है. दूसरे राज्यों से आने वाले सभी लोगों का मेडिकल चेकअप, क्वारनटीन में भेजने का काम किया जाएगा. सीएम ने कहा कि मेरी मजदूरों से अपील है कि पैदन ना चलें, जहां हैं वहीं रहें. मैं आश्वासन देता हूं कि उन्हें कोई तकलीफ नहीं होगी. उन्होंने कहा कि 5-10 किमी पैदल चला जा सकता है, लेकिन हजार किमी नहीं चला जा सकता है. इससे उन्हें भी तकलीफ होगी और कोरोना संक्रमण के भी खतरे भी बढ़ेंगे.
यूपी के सीएम ने कहा कि केंद्र की गाइडलाइन का पालन करते हुए मजदूरों को वापस लाने का काम शुरू कर दिया है. यूपी में 10 लाख लोगों के शेल्टर रूम में रहने और क्वारनटीन करने की व्यवस्था सरकार ने की है. जो दूसरे राज्यों से आएंगे उन्हें वहां रखा जाएगा. जो भी मजदूर और श्रमिक दूसरे राज्यों से आएंगे उसकी सभी जानकारी ली जाएगी. योगी ने कहा कि केंद्र से ट्रेन की मांग की है. इस आधार पर आज पहली ट्रेन नासिक से यूपी आ रही है और रविवार को गुजरात सहित अन्य क्षेत्रों से चार ट्रेनें और भी चलने लगेंगी.
उन्होंने कहा कि पहले चरण में दिल्ली से जो मजदूर आए थे, उनमें कोरोना के लक्षण नहीं मिले थे. इसके बाद भी हमने उन सभी की टेस्टिंग कर क्वारनटीन में रखा था, लेकिन अब जो मजदूर आ रहे हैं उनमें कोरोना फैलने की संभावना है. इसके लिए हमनें 10 लाख क्वारनटीन सेंटर बनाई है. उन्हें बाहर से आने वालों में अगर कोरोना के कोई लक्षण नहीं है तो उन्हें होम क्वारनटीन में भेजेंगे, लेकिन जिनके अंदर लक्षण मिलेंगे तो उन्हें हम आइसोलेशन में भेजेंगे.
सीएम योगी ने कहा कि बाहर से आने वाले मजदूरों की मैपिंग की जाएगी. इसी के आधार पर इन्हें रोजगार देने का काम भी किया जाएगा. हमने अबतक 15 लाख लोगों को रोजगार देने का काम किया है. पहले चरण में 6 लाख मजदूर वापस आ चुके हैं. मजदूरों को वापस आने के बाद उन्हें रोजगार से जोड़ने का काम किया जाएगा. उन्हें उनकी स्किल के हिसाब से रोजगार देने का काम किया जाएगा.''
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'जो भी मजदूर हैं वो हमारे हैं, उनके हितों को संरक्षण देना हमारा काम है, वो उत्तर प्रदेश में हो या बाहर. मैं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का आभारी हूं कि उन्होंने गरीब कल्याण पैकेज देने के साथ ही मजदूरों की वापसी का विस्तृत प्लान बनाया है. उत्तर प्रदेश में रहने वाले 26 लाख कामगार दूसरे राज्यों के हैं, इनको सभी प्रकार की सुरक्षा देने का काम हमारी सरकार कर रही है. सभी राज्य समन्वय के साथ काम कर रहे हैं.