छह दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला गायन का हुआ उदघाटन, देशभर से जुटे एक सौ अस्सी प्रतिभागी

छह दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला गायन का हुआ उदघाटन, देशभर से जुटे एक सौ अस्सी प्रतिभागी

संगीत कार्यक्रम में. फोटो : pnp
                                                                 मुख्य अतिथि संकट मोचन मंदिर के महन्त प्रो.विश्वम्भर नाथ मिश्र ने कहा- " सांगीतिक कार्यशाला के माध्यम से आत्म निरीक्षण करने का मिला अवसर "                                                                           धानापुर/चन्दौली: यूपी के चन्दौली जनपद में रविवार को सितारा वेलफेयर सोसाइटी धानापुर के तत्वावधान में ऑनलाइन छह दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला गायन का उदघाटन हुआ.                                         कार्यशाला का शुभारम्भ कार्यक्रम की संचालन कर रही डॉ शाही के शिव स्तुति गान से किया गया. तत्पश्चात संस्था के संस्थापक एवं कार्यशाला के आयोजक डॉ. कुमार अम्बरीष चंचल ने सभी का स्वागत आभार व्यक्त किया.                                                                                          वरिष्ठ साहित्यकार एल. उमाशंकर ने संस्था के कार्यों एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित संकट मोचन मंदिर के महन्त प्रो. विश्वम्भर नाथ मिश्र ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहाकि "कोरोना काल की इस विकट परिस्थिति में भी हमें इस सांगीतिक कार्यशाला के माध्यम से आत्मनिरीक्षण करने का अवसर मिला है"

                            विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित श्रेष्ठ गुरु पद्मश्री पं. राजेश्वर आचार्य ने अपने आशीर्वचन देते हुए कहा," इस कोरोना काल में करुणा को आधार बनाते हुए सांगीतिक करुणा का कार्य करें एवं मानसिक चिंतन का कार्य करें." उन्होंनें कहा कि," काशी केवल धर्म की ही नहीं अपितु विश्व की प्राचीनतम संस्कृति की धृति भी है." इसके पश्चात उदघाटन सत्र के अंत में संस्था की प्रमुख सचिव श्रीमती किरण चंचल ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया. इस कार्यशाला में कई विद्वान उपस्थित रहे.                                जिनमें पं. सत्यशील देशपांडे जी, प्रो.लावण्य कीर्ति सिंह, प्रो. राजेश शाह, प्रो. संगीता पंडित, प्रो. शारदा वेलेंकर, प्रो.शशि कुमार डॉ. रामशंकर, श्यामा कुमारी, जे.पी.रावत, आचार्य मुकेश, डॉ. रवि मिश्रा, डॉ. अमित पांडेय देश भर से 180 प्रतिभागी उपस्थित रहे.

                                   कार्यशाला के तकनीकी सत्र के प्रारंभ में सुश्री कामाक्षी यादव ने कार्यशाला के प्रशिक्षक गुरु अभिजीत घोषाल का संक्षिप्त परिचय देते हुए बताया कि अभिजीत घोषाल प्रख्यात पार्श्व गायक हैं, वह ज़ीटीवी. के सांगीतिक कार्यक्रम 'सा रे ग म प' के ग्यारह बार विजेता रहे हैं 

इसके पश्चात कार्यशाला में अभिजीत ने विद्यार्थियों को सुगम संगीत के अभ्यास  के लिए बहुत से उपाय एवं प्रयोग विधियां बताई. कार्यशाला के समापन सत्र में चंद्रमा चौरसिया ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया. [भूपेंद्र कुमार ब्यूरो चीफ चन्दौली, पूर्वांचल न्यूज प्रिंट]