●PMO कार्यालय ने शुरू की पूछताछ तो अधिकारियों में मचा हड़कम्प
पूर्वांचल/चन्दौली: ओलावृष्टि का चेक मृतक के नाम बनाकर लेखपाल द्वारा डकारने के मामले की शिकायत सकलडीहा तहसील के खर्रा गांव निवासी किसान योगेंद्र सिंह कीव प्रधानमंत्री के पोर्टल पर पहुंचते ही मामले की जांच शुरू हो गई है.
और जब पीएमओ कार्यालय ने इसकी जांच शुरू किया तो जनपद के अधिकारियों व राजस्व कर्मियों में हड़कम्प मच गया है.
खबर है कि है कि वर्ष 2017 में ओलावृष्टि से किसानों की फसल बर्बाद हो गई थी. इसको ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा चंदौली जनपद के किसानों को ओलावृष्टि के तहत चेक वितरित किया गया था,
लेकिन खर्रा गांव निवासी किसान योगेंद्र सिंह के 20 वर्ष पूर्व के मृतक दादा संकठा पुत्र लक्ष्मी के नाम डेरवा कला में 3 बिस्वा जमीन का चेक बना कर तत्कालीन लेखपाल राजेश भारती ने धरहरा गांव निवासी सूर्यनाथ सिंह के खाते में डालकर धन उगाही कर लिया.
इसकी जानकारी योगेंद्र सिंह को कुछ दिनों बाद उस समय हुई जब वह बारह साला बनवाने के लिए तहसील गए.
उस यह मामला उजागर हुआ. यही नहीं लेखपाल द्वारा गांव के लगभग एक दर्जन किसानों का ओला वृष्टि का चेक डकारने जाने का संदेह है.
इन्होंने इसकी शिकायत डीएम से लेकर मुख्यमंत्री तक उसी समय किया गया था.
लेकिन आरोप है कि अभी तक सकलडीहा तहसील के अधिकारियों द्वारा उसको बचाने का काम होता रहा.
जबकि मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत के बाद जांचोपरांत उसके निलंबन की कार्रवाई करने का निर्देश भी जारी हुआ था, लेकिन अभी तक वह मुगलसराय तहसील में कार्यरत है.
एक बार फिर योगेंद्र सिंह ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री पोर्टल पर करते हुए कार्यवाही की मांग किया है, जिसकी जांच भी प्रधानमंत्री स्तर से शुरू करा दी गई है.
इस संबंध में पूछे जाने पर मुगलसराय तहसीलदार आनंद कुमार ने बताया कि मामला सकलडीहा तहसील का है, वहां से कार्रवाई के लिए जिस तरह का निर्देश प्राप्त होगा किया जाएगा.
रिपोर्ट By: vishal patel