●Chandauli News In Hindi
नौगढ़/चन्दौली: बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रत्येक परिषदीय विद्यालयों की रंगाई व पुताई के लिए कंपोजिट ग्रांट मद में छात्र-छात्राओं की संख्या के हिसाब से 25 से 50 हजार रुपए की धनराशि भेजी है. मगर ज्यादातर विद्यालय अभी भी बदरंग बने हुए हैं.
अब सवाल यह उठता है कि क्या यह धनराशि विद्यालय में खर्च न होकर हेड मास्टर की जेब में पहुंच गई. अभी तक अधिकांश कंपोजिट ग्रांट विद्यालयों का अनुरक्षण और रंग रोगन का कार्य नहीं कराया गया है जबकि लॉकडाउन में ही महा निदेशक बेसिक शिक्षा द्वारा रंग रोगन कराने का निर्देश जारी जर दिये थे.
सूत्र बताते हैं कि इसके पीछे खंड शिक्षा अधिकारी नौगढ़ की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. विकासखंड नौगढ़ में संचालित प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 95 तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 45 है.
जिनके रंग रोगन व अनुरक्षण के लिए धनराशि एसएमसी के खाते में उपलब्ध कराई गई है. लेकिन हेड मास्टर बिना रंग रोगन कराये ही पूरी धनराशि गटक गए हैं.
अजीब हाल तो यह है कि नौगढ़ क्षेत्र के अधिकांश प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का रंग रोगन हुए काफी समय बीत चुका है और भवन की इमारतें काफी गंदी हो चुकी हैं.
वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह की मानें तो कंपोजिट ग्रांट की धनराशि सभी विद्यालयों को भेजी जा चुकी है और यह धनराशि खाते से हेड मास्टर निकाल भी चुके हैं.
ऐसे में सवाल यह उठता है कि विद्यालय के रंग रोगन का कार्य हेड मास्टर क्यों नहीं करा रहे हैं. यह पैसा आखिर किसके इशारे पर बंदरबांट हुआ है. पूरे मामले में खंड शिक्षा अधिकारी ए आर पी चुप्पी साधे हुए हैं
नौगढ़ में अपवाद बनें यहां के ये विद्यालय
कस्बा नौगढ़ के कंपोजिट ग्रांड विद्यालय नौगढ़ तथा बसौली, मरवटिया तथा कुछ अन्य विद्यालयों की बात की जाए तो यह विद्यालय अभी तक अपवाद साबित हुए हैं.
यहां के हेड मास्टरों ने रंग रोगन की धनराशि से विद्यालय में चुना नहीं बल्कि व्हाइट सीमेंट से पुताई कराई है, महंगे पेंट का इस्तेमाल किया है जो दूर से चमकता हुआ दिखाई देता है. यह एक बड़ा उदाहरण साबित करता है. यहां के हेडमास्टर से अन्य मास्टरों को सीख लेनी चाहिए.
मुख्यमंत्री के सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद टूटी नींद
जब मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत किये जाने के बाद विभाग की नींद टूटी है. खबर है कि विद्यालयों के रंग रोगन के लिए आवंटित धन राशि के सवाल पर चुप्पी साधे खंड शिक्षा अधिकारी अरविंद यादव ने आनन-फानन में बीते बीते 14 सितंबर को सभी विद्यालय के हेड मास्टरों को रंग रोगन कराने के आदेश दिए.
और चेतावनी भी दिया कि निरीक्षण के दौरान परिसर में गंदगी और घास फूस झाड़ियां मिली तथा रंग रोगन का कार्य नहीं हुआ तो कठोर कार्यवाही की जाएगी.
Source-अशोक कुमार जायसवाल