हाय रे ! भाजपा सरकार: महंगाई बढ़ी इतनी, कैसे चले गृहस्थी

हाय रे ! भाजपा सरकार: महंगाई बढ़ी इतनी, कैसे चले गृहस्थी

महंगाई में कैसे संभालें किचन

लखनऊ/ नई दिल्ली।
प्याज, आलू, लहसुन, टमाटर, एवं हरी सब्जियों के दामों में बेलगाम वृद्धि से मिडिल क्लास तथा गरीबों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सबसे ज्यादा परेशान घर की किचन संभाल रही गृहणियां है। वे अब आहत होकर भाजपा सरकार को कोसने लगी हैं। देश के प्रधानमंत्री व यूपी सीएम से सवाल के लहजे में पूछती हैं कि क्या यही है अच्छे दिन। 

उत्तर प्रदेश के चन्दौली जनपद की प्रतिमा त्रिपाठी कहती हैं कि इन दिनों महंगाई की आग में पूरा देश झुलस रहा है। जीवन की दैनिक जरूरतों से लेकर  प्याज, टमाटर, आलू, एवं हरी सब्जियां, सभी के भाव आसमान को छू रहे हैं। 

इंद्रावती यादव ने कहा कि एक तरफ लॉकडाउन से प्रभावित आर्थिक हालात लोगों के लिए परेशानी का  सबब बने हुए हैं। तो दूसरी तरफ महंगाई की आग में वे झुलस रहे हैं। 

सोनी शर्मा ने कहा कि प्याज की कीमत पेट्रोल के बराबर पहुंच गई है। यह हालत तब है जबकि अभी नवरात्रि है और नवरात्रि मे अधिकांश लोग प्याज नहीं खाते हैं प्याज के साथ ही साथ आलू, टमाटर, लहसुन एवं हरी सब्जियां के दामों में भी काफी वृद्धि हुई है। 

सुनीता प्रजापति ने कहा कि कि प्याज का दाम इस समय 70 रुपया टमाटर का दाम ₹50 आलू का दाम ₹40 लहसुन का दाम 120 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है।

 जिसके कारण आम आदमी के थाली से खाने-पीने की आवश्यक वस्तु दूर होती जा रही हैं। रसोई के सभी संसाधनों को जुटाने में परिवार का मुखिया अपने आप को असहज महसूस कर रहे हैं। 

गौरतलब है कि प्याज की कीमत का लाभ किसानों को ना मिलकर जमाखोरों को मिल रहा है। जो माल को डंप करके तेजी बनाए हुए हैं। आढ़तियों द्वारा डंप करके रखे गए माल बाहर ना निकलने के कारण प्याज, लहसुन, टमाटर, आलू के दाम में लगातार बढ़ोतरी का क्रम जारी है। 

वही हरी सब्जियों का दाम भी आसमान को छू रही है।लोगों को अपने आय का एक बड़ा हिस्सा सब्जियों को खरीदने  पर खर्च करना पड़ रहा है।

 वहीं स्थानीय लोगों ने शासन-प्रशासन से मांग किया कि, वह ऐसे जमाखोरों को चिन्हित करके कार्रवाई करते हुए प्याज के साथ हरी सब्जियों के दामों को नियंत्रण लाने का कार्य करें।जिससे आम जनता को राहत मिले। 

रिपोर्ट-pnp टीम