Hindi Samachar/ पुलिस विभाग
यूपी में अक्षम व पुलिस नियमावली के विपरीत आचरण करने वाले पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति के दायरे में आना तय है। उन्हें सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा।
●इटावा में पांच पर गिरी गाज,अभी एक सैकड़ा स्क्रीनिंग कमेटी के निशाने पर
इटावा/लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब अक्षम व पुलिस नियमावली के विपरीत आचरण करने वाले पुलिसकर्मियों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। जिन पुलिसकर्मियों की उम्र 50 होने को है अथवा उनका कार्यप्रणाली अच्छा नहीं रहता है।
और साथ ही जो लापरवाही व भ्रष्टाचार की शिकायतों के दायरे में है। ऐसे पुलिस कर्मियों की एक कमेटी द्वारा स्क्रीनिंग कर जानकारी जुटाई जा रही है। उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा। इस खबर से पुलिस विभाग में खलबली मच गई है।
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के जनपद इटावा में ऐसे पांच पुलिसकर्मियों को उन्हें जबरन सेवानिवृत्ति दे दी गई है जो कार्य करने में लापरवाही व भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए थे।
खबर है कि यहां अभी एक सैकड़ा पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति की कार्रवाई की जा रही है, जो केवल अक्षम ही नहीं भ्रष्टाचार के दायरे में भी आते हैं।
इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि अभी तक इटावा के पांच पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई है। इसके साथ ही नए सिरे से एक सैकड़ा पुलिसकर्मियों को निशाने पर लिया गया है। जिनकी एक कमेटी द्वारा इनकी स्क्रीनिंग की जा रही है। जल्द ही इन पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति के जरिए सेवा से हटा दिया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि पूरे प्रदेश में ऐसे पुलिसकर्मियों की तलाश शुरू हो गई है, जो पुलिस कर्मी अक्षम के साथ ही उनका आचरण भी पुलिस नियमावली के विपरीत सामने आया है। अक्षम पुलिसकर्मियों की यूपी के प्रत्येक जनपदों में तेजी से तलाश की जा रही है। जिन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति वाली लिस्ट में रखा जाएगा। और उनकी गहनता पूर्वक जांच करने के बाद उन्हें उन्हें सेवानिवृत्त दे दिया जाएगा ।
इस खबर से पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई है और वैसे पुलिस कर्मी जानकारी में जुट गए हैं कि कहीं उनका नाम तो नहीं आने वाली सूची में दर्ज तो नहीं है।