Hindi Samachar- उत्तर प्रदेश
यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री व प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) और उनके भतीजे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बीच अब अगले विधानसभा चुनाव को लेकर सहमति बनती नहीं दिख रही है।
● छोटे दलों के साथ मिलकर बीजेपी, सपा, बसपा व कांग्रेस से लेंगे टक्कर
लखनऊ। यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री व प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) और उनके भतीजे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बीच अब अगले विधानसभा चुनाव को लेकर सहमति बनती नहीं दिख रही है।
खबर है कि शिवपाल यादव के बेटे और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (Pragatisheel Samajwadi Party) के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव ने एक पत्र जारी करते हुए यूपी के सभी विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ने के इच्छुक पार्टी कार्यकर्ताओं से आवेदन मांगा है। जिसके लिए आवेदन देने की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2021 है। हालांकि संभावित प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम मुहर पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ही लगाएंगे।
ज्ञातव्य हो कि शिवपाल की पार्टी से गठबंधन के सवाल पर अखिलेश ने कहा था कि जसवंतनगर उनकी (शिवपाल यादव) सीट है। समाजवादी पार्टी ने वह सीट उनके लिए छोड़ दी है और आने वाले समय में उनके लोग सपा से मिलकर सरकार बनाए। हम उनके नेता को कैबिनेट मंत्री भी बना देंगे। इससे ज्यादा और क्या एडजस्टमेंट चाहिए?
जिस पर शिवपाल यादव ने इसे कैबिनेट मंत्री पद का प्रस्ताव या एक सीट देने को एक क्रूर मजाक बताया था।
अभी दो दिन पूर्व ही यूपी में छोटे- छोटे दलों को साथ लेकर चुनाव लड़ने का एलान किया। ओम प्रकाश राजभर, ओबैसी अन्य लोगों के साथ तालमेल कर चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए प्रसपा लोहिया का सपा में विलय नहीं होगा और वो तमाम छोटी-छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ेंगे।
इसी घोषणा के बीच उनके बेटे व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव ने विधानसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं से टिकट के लिए आवेदन पत्र मांगा है। जिसकी अंतिम तिथि 31 जनवरी 2021 तय की गई है।
शिवपाल यादव ने यह दावा किया कि यूपी में अगली सरकार बिना प्रसपा के संभव नहीं है। हम अगली सरकार में शामिल होंगे तो किसानों की समस्या खत्म हो जाएंगी। यही नहीं, उनकी पार्टी के कार्यकर्ता 23 दिसम्बर को चौधरी चरण सिंह की जयंती को किसान संघर्ष दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है।
शिवपाल कहते हैं कि उनकी पार्टी आगे कदम बढ़ा दिया है तो अब पीछे मुड़ने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रसपा का चुनाव चिन्ह चाबी ही रहेगा। बताते हैं शिवपाल ने मेरठ के सिवालखास विधानसभा सीट से पार्टी का पहला प्रत्याशी भी घोषित कर दिया। वहां से सिवालखास सीट से प्रसपा की तरफ से अमित जानी चुनाव लड़ेंगे। इस तरह से यूपी में प्रसपा ने 2022 का चुनावी बिगुल भी फूंक दिया है।
पूरे प्रदेश में गांव-गांव निकालेगी प्रसपा पदयात्रा
अगले 24 दिसम्बर से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) प्रदेश भर में गांव-गांव पदयात्रा अभियान चलाएगी। इस पदयात्रा का उद्देश्य प्रदेश के हर गांव में पहुंचना और पार्टी व राष्ट्रीय अध्यक्ष के विचारों को जनता तक पहुंचाना है। पार्टी इस संकल्प को 'गांव-गांव पहुंचे प्रसपा जन के पांव' के नारे को बुलंद करेगी।