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कर्मनाशा नदी तट पर मिट्टी माफियाओं का अवैध खनन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। जबकि प्रशासन अंधा बना हुआ है। इसे लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं।
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खनन कार्य में जुटे माफिया |
Hindi Samachar-Bihar
दुर्गावती (कैमूर)। थाना क्षेत्र अंतर्गत कर्मनाशा नदी के तट से मिट्टी माफियाओं द्वारा लगातार मिट्टी के अवैध खनन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। जबकि जिला प्रशासन मूक दर्शक है।
यूपी-बिहार सीमा कर्मनाशा नदी के तट से बालू मिक्स मिट्टी निकासी कर भू माफिया मालामाल हो रहे हैं। नदी के तट किनारे खेतिहर जमीन से खनन माफियाओं के द्वारा जमीन मालिक को प्रलोभन देकर बड़े पैमाने पर मिट्टी की कटाई की जा रही है।
खनन माफिया एवं भू माफियाओं की मिलीभगत से बिहार सरकार की जमीन एवं भूदान प्राप्त लाल कार्डधारियों की जमीन पर भी खुलेआम मिट्टी काटी जा रही है।
मिट्टी माफियाओं द्वारा जमीन मालिक को मोटी रकम का प्रलोभन देकर फसल लगे खेत से मिट्टी काटने की डिमांड करते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार कर्मनाशा नदी तट के किनारे मध्यवर्गी किसान के सामने जब खनन माफिया एवं मिट्टी माफियाओं द्वारा मोटी रकम देने की बात की जाती है तो वह बेबस होकर किसान अपने जमीन में लगे फसल को नष्ट करते हुए खेत से मिट्टी काटने की अनुमति दे देते हैं।
सूत्रों ने बताया कि खनन एवं मिट्टी माफियाओं को मिट्टी की स्थानीय ईट भट्ठा मालिकों को सप्लाई करने में किरदार निभाते नजर आ रहे हैं, साथ ही गांव में पीसीसी सड़क बनाने के लिए ट्रैक्टर द्वारा मिट्टी सप्लाई किया जा रहा है।
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धड़ल्ले से हो रही मिट्टी कटाई |
जिसे लेकर लगातार कुछ ग्रामीणों के द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है, लेकिन मिट्टी माफियाओं की दबंगई के सामने कुछ ग्रामीण बेबस हो जाते हैं और क्षेत्र में मिट्टी माफिया कई सफेदपोश माफिया है जो लगातार इस इलाके में दहशत बना कर मिट्टी कटाई को अंजाम दे रहे हैं।
जिसका कारण है कि कर्मनाशा नदी के तट किनारे 25 से लेकर 30 फीट तक गड्ढा नुमा खाई बन चुका है, जैसे ही जल स्तर नदी का बढ़ेगा तो खजुरा गांव एवं सरैया गांव बहने के कगार पर पहुंच गया है और शासन-प्रशासन के लोग सब कुछ जानते हुए भी मूकदर्शक बने हुए हैं।
..........(रिपोर्ट-संजय मल्होत्रा)