हिंदी समाचार- चन्दौली
संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर पुलवामा के शहीद सैनिकों और किसान आंदोलन में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए मजदूर किसान मंच के कार्यकर्ताओं ने कैंडिल जुलूस एवं शोक सभाएं आयोजित की।
हाईलाइट्स:
● चकिया में निकाला कैंडिंल मार्च, गांधी प्रतिमा के सामने दी गई श्रद्धांजलि सभा
● अलगाव में पड़ी केंद्र सरकार बौखलाहट में कर रही किसानों पर हमला
● किसानों मजदूरों ने 'जय जवान - जय किसान’ का नारा किया बुलंद
Breaking News, चकिया/चन्दौली। संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर पुलवामा के शहीद सैनिकों और किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए माकपा, किसान सभा,आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट और जय किसान आंदोलन से जुड़े मजदूर किसान मंच के कार्यकर्ताओं ने चकिया में कैंडिल जुलूस एवं शोक सभाएं आयोजित की गई।
‘जय जवान-जय किसान’ का नारा बुलंद करते हुए इन कार्यक्रमों में आरएसएस और भाजपा के छद्म राष्ट्रवाद का भण्ड़ाफोड़ किया गया।
नेताओं ने कहा कि तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने के किसानों के जारी आंदोलन को दिन- प्रतिदिन मिल रहे भारी समर्थन ने केंद्र सरकार को गहरे अलगाव में डाल दिया है।
संसद के दोनों सदनों में दिया गया केंद्र सरकार का वक्तव्य इसी बौखलाहट का प्रदर्शन है। इस किसान आंदोलन ने देश को दिखा दिया है।
केंद्र सरकार की बौखलाहट का ही नतीजा है कि किसानों की बाड़बंदी करने और किसानों के पक्ष में खड़े नागरिकों व बुद्धिजीवियों के विरूद्ध दुष्प्रचार करने और दमन ढाने में लगी हुई है।
श्रद्धांजलि सभाओं का कार्यक्रम में माकपा राज्य कमेटी सदस्य राम अचल यादव, एआईपीएफ के राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय, अखिल भारतीय किसान सभा जिला मंत्री लालचंद यादव, मजदूर किसान मंच तबरेज़ आलम, मजदूर नेता शिवमुरत राम, वसीम अहमद, रामजी सहित कई लोग शामिल रहे।