पूर्वी उत्तर प्रदेश का चन्दौली जनपद धान का कटोरा कहा जाता है। फिर भी जनपद में धान की नर्सरी डालने के लिए किसान पानी आने का इंतजार कर रहे हैं।

धान के कटोरे में जून माह में सूखी नहर, फोटो-pnp

चन्दौली: पूर्वी उत्तर प्रदेश का चन्दौली जनपद धान का कटोरा कहा जाता है। फिर भी जनपद में धान की नर्सरी डालने के लिए किसान पानी आने की आस लगाए बैठे हुए हैं। जून का आधा महीना बीतने के बाद भी नहरें पानी बिन सूखी पड़ी हुई है।
>DDU NAGAR: तालाब जमीन की राजस्व विभाग ने पैमाइश कर किया सीमांकन
उन्हें मानसून आने का इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि किसान धान की नर्सरी डालने की पूरी तैयारी करने के बाद भी पानी आने के इंतजार में बैठे हैं। धान का कटोरा माना जाने वाला चंदौली जनपद में नहरों का जाल होने के बावजूद भी किसान बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।
अभी तक नहीं हुई नहरों की सफाई
नहरों व माईनरों की अभी तक सफाई भी नहीं हुई कि किसानों को पानी की चिंता धान की नर्सरी डालने के लिए सताने लगी है। बावजूद इसके ना तो माईनरो की खुदाई हो रही है और ना ही पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे किसानों के धान की नर्सरी डालने का समय बित रहा है।
चन्दौली के किसानों ने जताया भारी आक्रोश
इसको लेकर किसान नेता केदार यादव, दशरथ यादव,श्याम नारायण प्रधान, राजेश सिंह,राजकुमार पप्पू, रामनिवास मिश्रा,लक्ष्मण पासवान,रवि शंकर सहित तमाम किसानों ने आक्रोश व्यक्त किया है। चेतावनी दी कि तत्काल नहरों में पानी नहीं छोड़ी गई तो किसान सड़क पर उतरने को बाध्य होगा।
सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह ने आला अफसरों से की वार्ता
सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण यादव ने नहरों में पानी खोलने को लेकर उच्चाधिकारियों से वार्ता कर जल्द से जल्द नहरों में पानी खोलने की मांग की। ताकि किसानों की इस समस्या को दूर किया सके।
कहा कि किसानों के धान की नर्सरी डालने का समय बीत रहा है। इस समय पानी ना छोड़कर अधिकारियों द्वारा किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।