निजीकरण और सरकारी संपत्तियों को बेचने का पुरजोर विरोध किया जाएगा तथा रेलवे की परिसंपत्तियों का अगर निजीकरण होगा तो बहुत बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा।
बैठक में पूर्व मध्य रेल जोन के 53 शाखाओं के शाखा मंत्री एवं सभी केंद्रीय पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता ईसीआरकेयू के केंद्रीय अध्यक्ष कॉमरेड डी0के0 पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर ईसीआरकेयू के केंद्रीय महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव ने कहां की निजीकरण और सरकारी संपत्तियों को बेचने का पुरजोर विरोध किया जाएगा तथा रेलवे की परिसंपत्तियों का अगर निजीकरण होगा तो बहुत बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा। अगर प्राइवेट लोग ट्रेन चलाने में सक्षम हैं तो वह अपनी पटरी बिछाए अपनी ट्रेन लाए और उसका संचालन करें।
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रेल कर्मचारी, फोटो-pnp |
महामंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस जिनकी ड्यूटी के दौरान मौत हुई उनके परिवार को 50 लाख रुपए एक्सग्रेशिया देने की मांग फेडरेशन ने किया है, अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ जो दुःखद है। आप सब जानते हैं इस महामारी के दौरान पूरा देश ठहर गया लेकिन ट्रेनें चलती रही फिर रेल कर्मचारियों के साथ न्याय नहीं किया जा रहा हैं। जिसे यूनियन कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
बैठक में महामंत्री के साथ ही अन्य प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे एवं कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई सभी सदस्यों ने एकमत से रेल कर्मियों मांगों के लिए हर स्तर पर संघर्ष करने का संकल्प को दोहराया। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि जर्जर आवास स्थिति पर प्रशासनिक उदासीनता के विरोध में सभी मंडलों के सहायक इंजीनियर कॉलोनी के कार्यालय पर 23 सितंबर को विशाल विरोध -प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में मुख्य रुप से कार्यकारी अध्यक्ष एसएसडी मिश्रा एवं मिथिलेश कुमार ,उपाध्यक्ष केदार प्रसाद ,बिरेन्द्र यादव,संजय कुमार मंडल, बिंदु कुमार, आर0 के0 मंडल, अपर महामंत्री मोहम्मद जियाउद्दीन, सहायक महामंत्री रमेश चंद्रा, ओमप्रकाश, मनीष कुमार, के के मिश्रा, संगठन मंत्री बी0बी0 पासवान, वी0डी0सिंह, पी0के0 मिश्रा ,मनोज कुमार पांडेय, मृदुला कुमारी, एस0के0 भारद्वाज, चन्द्र शेखर सिंह सहित सभी शाखाओं के शाखा मंत्री और अन्य प्रतिनिधि शामिल थे। अंत में धन्यवाद ज्ञापन सहायक महामंत्री मनीष कुमार ने किया।