डायल 112 की पीआरवी पुलिस अपनी गाड़ी से ऑटो में धक्का भी मारती है और ऑटो ड्राईवर पर पुलिसिया रौब दिखाते हुए निकल भी जाती है।
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सांकेतिक तस्वीर, फोटो-pnp |
● ऑटो चालक को पुलिसिया रौब दिखाते हुए निकल गए, घायलों का इलाज कराना भी उचित नहीं समझे
धानापुर (चन्दौली)। डायल 112 पीआरवी पुलिस अपनी गाड़ी से ऑटो में धक्का भी मारती है और ऑटो ड्राईवर पर पुलिसिया रौब दिखाते हुए निकल भी जाती है।
उस समय मानवता की हद तब पार कर जाती है जब ऑटो में सवार घायलों का इलाज करवाने की जरूरत तक नहीं समझती है। इस व्यवहार से लोग काफी दुःखी दिखे। इस बात को लेकर ग्रामीणों के बीच काफी आक्रोश देखा गया।
हिगुतरगढ़ गांव के पास डायल 112 PRV पुलिस कर्मियों का अमानवीय व्यवहार सामने आया तो सभी भौचक्के रह गए। यहां पुलिस वाहन पीवीआर ने एक ऑटो में टक्कर मार दी, इससे आठ वर्षीय बालिका समेत चार लोगों को गंम्भीर चोटें आईं। मगर इन्हें अस्पताल ले जाने के बजाय ऑटो चालक को ही डांटते हुए पुलिस कर्मी आगे निकल गए। पुलिस कर्मियों के इस व्यवहार की क्षेत्र में दिन भर चर्चाओं का विषय बना रहा।
हुआ यूं कि कैथी गांव के रहने वाले अजीत सिंह अपने परिवार के साथ रिश्तेदारी में ऑटो से जा रहे थे। जब ऑटो हिगुतरगढ़ गांव के पास पहुंचा ही था कि सामने से आ रही पुलिस की पीवीआर गाड़ी ने आटो में साइड से जोरदार टक्कर मार दी।
इसमें आटो तो पलटते पलटते बचा पर उसमें बैठी आठ वर्षीय नूपुर सिंह के पैर में गंभीर चोटें आ गईं। वहीं तीन अन्य को मामूली चोट लगी। पुलिस की गाड़ी रुकी और उसमें बैठे कर्मियों ने ऑटो चालक को भला बुरा कहना शुरू कर दिया।
प्रत्यदर्शियों के अनुसार बावजूद घायल बच्ची को तड़पता देख किसी पुलिस कर्मी को दया तक नहीं आई और पुलिस कर्मी वहां से चलते बने। परिवार के लोग घायल बच्ची को लेकर स्थानीय सीएचसी पहुंचे। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को रेफर कर दिया। मगर पीवीआर पुलिस कर्मियों की यह करतूत दिन भर चर्चाओं में रहा।