सर्द माह का कुन्हासा छाया हुआ था, धुंध के पहले दिन ही सड़क हादसा हो गया। जिसमें एक बाइक सवार दम्पति की बाइक तेज रफ्तार स्कार्पियों की चपेट में आ गई।
● दरोगा भर्ती की परीक्षा देने बक्सर जा रही थी भभुआ कारा में जेल पुलिस के पद पर कार्यरत पत्नी
चौसा, बक्सर। सर्द माह का पहला दिन कुन्हासा छाया, जहा धुंध के पहले दिन ही सड़क हादसा हो गया। जिसमें एक बाइक सवार दम्पति की बाइक तेज रफ्तार स्कार्पियों की चपेट में आ गई।
जिसमें पति-पत्नी गम्भीर रूप से जख्मी हो गए। जहां आनन-फानन में ग्रामीणों ने दोनों को सदर अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा व्यवस्था मुहैया कराई जाती तब तक पति की मौत हो गई, जबकि पत्नी का गम्भीर हालात होने के चलते प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी रेफर कर दिया गया।
घटना रविवार की चौसा-बक्सर मार्ग पर मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत दानी कुटिया व कम्हरिया के बीच ढेलहवा बाबा के समीप हुई।
बताया जाता है कि दरोगा भर्ती परीक्षा में लिखित परीक्षा दिलाने के लिए पति अपनी पत्नी को बाइक से लेकर आ रहा था, तभी सुबह यह हादसा हो गया। हादसा के बाद स्कार्पियो चालक वाहन समेत फरार हो गया।
ग्रामीणों ने बताया कि राजपुर थाना के सोनपा निवासी रामचन्द्र चौधरी की पुत्री पूजा कुमारी (26 वर्ष) सुबह सात बजे गाजीपुर के नोनहरा थाना अंतर्गत जल्लापुर निवासी अपने पति विनोद कुमार चौधरी (30 वर्ष) के साथ बाइक से दरोगा भर्ती की परीक्षा में शामिल होने बक्सर आ रही थी।
तभी सुबह छाए घने कुहासा के बीच सामने से आ रही तेज रफ्तार स्कार्पियो की सीधी टक्कर में दोनों बुरी तरह जख्मी हो गए। स्थानीय लोगों ने घायल दम्पति को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाएगा। वही इसकी सूचना पुलीस को दी गई।
जहां चिकित्सक ने पति को मृत घोषित कर दिया वहीं पत्नी को बेहतर इलाज के लिए वाराणसी रेफर कर दिया। अस्पताल पहुंची पुलिस ने मृतक विनोद के शव को लेकर अंत:परीक्षण के लिए अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया। घरवालों के अनुसार जख्मी पूजा कुमारी कैमूर के भभुआ कारा में जेल पुलिस के पद पर कार्यरत थी।
पूजा को दरोगा की वर्दी में देखने की विनोद की थी इच्छा, पढ़ाई- लिखाई में करता था भरपूर सहयोग
ग्रामीणों का कहना है कि पूजा कुमारी पढ़ने में बहुत तेज थी। शादी बाद उसका पति विनोद चौधरी उसके शिक्षा के मामले में भरपूर सहयोग करता था। पूजा भी जेल पुलिस की नौकरी के तहत दरोगा भर्ती की तैयारी करती थी। उसका यह दूसरी परीक्षा थी।
हालांकि, विनोद घर पर रह व्यवसाय करने तथा विदेश में काम करना चाहता था। उससे पहले अपनी पत्नी को दरोगा की वर्दी में देखना चाहता था। यही कारण था उसके परीक्षा को लेकर वह हमेशा तत्पर रहता था। घरवालों ने बताया कि शनिवार को ही पूजा ड्यूटी से अवकाश ले मायके आयी थी, वही पति विनोद भी गाजीपुर से सोनपा पहुंचा था। जहां रविवार अपनी बाइक पर बिठा बक्सर एम भी कालेज पहुंचाने जाना था।
पूजा कुमारी का 2015 में यूपी के विनोद चौधरी की शादी हुई थी। जिससे पूजा को दो बेटियां ढाई वर्ष की पूर्वी साहनी व 6 वर्ष की सिमरन साहनी है। शादी बाद 2017 में पूजा कुमारी को जेल पुलिस में नौकरी लगी। पहला रोहतास कारागार में ड्यूटी थी। आज वह कैमूर के भभुआ कारा में पदस्थापित थी।
घटना के बाद विनोद की मौत व पूजा के घायल की खबर पर पूजा के घर पर बेटियों व उसके स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। जहा के स्वजन विनोद के दाह संस्कार में तो उसके अन्य परिजन पूजा के इलाज को वाराणसी चले गए।