ठंड में जहां स्कूल पहुंचने वाले बच्चे ठिठुर रहे हैं, वहीं यूपी के रायबरेली में बच्चों को बांटा जाने वाले जूते कूड़े के ढेर में मिले हैं।
रायबरेली। ठंड में जहां स्कूल पहुंचने वाले बच्चे ठिठुर रहे हैं वहीं यूपी के रायबरेली बच्चों को बांटे जाने वाला जूते कूड़े के ढेर में मिले हैं।
खबर है कि रायबरेली जनपद में ऊंचाहार ब्लॉक संसाधन केंद्र का यह कारनामा सामने तब आया जब विद्यालयों में बच्चों को मिलने वाले जूते कूड़े के ढेर में पाए गए। यहां एक नहीं शौचालय के पास सैकड़ों की संख्या में जूते पड़े मिले हैं। अजीब स्थिति तो यह है कि भीषण ठंड में छात्र पढ़ने के लिए नंगे पैर स्कूल आने को मजबूर हैं। वहीं विद्यालय में जूते कूड़े के ढेर में पाया जा रहा है।
जब यह मामला प्रकाश में आया तो शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया। यह शिक्षा विभाग की एक बड़ी लापरवाही मानीं जा रही है।
बताया जाता है कि इस घटना को संज्ञान में आने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी अब जांच कर कार्रवाई की बात करने लगे हैं। बता दें कि असल में राज्य के बेसिक शिक्षा परिषद (Basic Education Council) के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों के बैंक खातों में डीबीटी (DBT) के माध्यम से 1100 रुपये ट्रांसफर किए जा रहे हैं। इसी पैसे से अभिवभावकों को बच्चों के लिए स्कूल ड्रैस, स्वेटर, जूते, मोजे और बैग खरीद की व्यवस्था कर दी गई है। हालांकि इसके पहले अभी तक टेंडर के द्वारा बच्चों के लिए ड्रेस खरीदी जाती थी और उसे स्कूलों में वितरित किया जाता था। आज जिस संकुल केंद्र पर जूते कुडक ढेर में पाए गए, ऐसा कहा जाता है कि ये जूते पूर्व में बच्चों को न बांटकर रखा हुआ था।