ओमप्रकाश राजभर की शुक्रवार की शाम केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है| हालांकि, श्री राजभर इस खबर को निराधार बता रहे हैं|
● कहा- हम तो निकाय चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं, ये खबरें है निराधार |
लखनऊ, पीएनपी । यूपी विधानसभा चुनाव के पहले व रिजल्ट घोषित होने के बाद बराबर सुर्खियों में रहने वाले सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर एक बार फिर चर्चाओं में आ गए हैं।
शुक्रवार की शाम केंद्रीय गृहमंत्री व यूपी नयी सरकार गठन प्रक्रिया के पर्यवेक्षक अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात को लेकर सरगर्मी है हालांकि इस खबर को निराधार बता रहे हैं।
चर्चा है कि ओम प्रकाश राजभर, अखिलेश यादव के गठबंधन को झटका देते हुए एक बार फिर भाजपा के सहयोगी दल के रूप में जुड़ने जा रहे हैं। उनके विधायकों को योगी मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया जा रहा है। वर्ष 2017 की तरह ही सहयोगी रहेंगे।
बता दें कि विधानसभा चुनाव में सपा गठबंधन के साथ सुभासपा के आधा दर्जन विधायक चुनाव जीते हुए हैं, यह भी तर्क दिया जा रहा है कि वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव है , इसलिए बीजेपी हाईकमान ओमप्रकाश राजभर के साथ रिश्ता रखना चाहता है, क्योंकि पूर्व में 2017 में राजभर के साथ होने से बीजेपी को काफी फायदा पहुंचा था।
इन सारी खबरों के बीच ओमप्रकाश राजभर ने उपरोक्त मीडिया रिपोर्ट्स को बेबुनियाद और निराधार बताया है। वे दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात का खंडन किया है।
कहा- वे स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं। समाजवादी पार्टी के जो प्रत्याशी हैं उनको जिताने के लिए वे काम कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर ने भी भाजपा के साथ किसी तरह के गठबंधन का खंडन करते हुए फेसबुक पर लिखा है।
बावजूद मीडिया रिपोर्ट यहां तक बताती है कि ओमप्रकाश राजभर, अमित शाह के साथ एक घंटे तक मुलाकात हुई। यह मुलाकात शुक्रवार की शाम हुई है और उस समय यूपी के बीजेपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान व प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी मौजूद रहे। हालांकि, अभी तक कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।