महुंजी गांव में चकबन्दी प्रक्रिया गलत तरीके से करने पर मामले की जांचकर दोषियों पर कार्रवाई करने का किसानों ने मांग किया है|
कमालपुर, चन्दौली। धानापुर विकास खण्ड के महुंजी गांव में चकबन्दी प्रक्रिया गलत तरीके से करने पर मामले की जांचकर दोषियों पर कार्रवाई करने का किसानों ने मांग किया है।
किसानों का आरोप है कि विभागीय अधिकारी व गांव के प्रभावशाली व्यक्तियों के चलते आम किसानों को परेशान किया जा रहा है। गांव में चकबंदी प्रकिया की जांच के लिए तीसरे निष्पक्ष एजेंसी की नितांत आवश्यकता है।
आरोप है कि चकबन्दी विभाग के अधिकारी के मनमानी रवैये से किसानों को तमाम परेशानी उठानी पड़ रही है। शिकायत के बाद भी किसानों की समस्याओं का निदान नहीं हो पा रहा है।चेताया कि किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो पुनः अनशन व सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
महुंजी गांव को विभागीय अधिकारियों ने चकबन्दी घोषित कर दिया है। इससे किसानों को तमाम परेशानी उठानी पड़ रही है।किसानों का आरोप है कि चकबन्दी विभाग मानकों को दरकिनार रखकर काम कर रहा है।उक्त गांव तीन तरफ से गंगा नदी से घिरा हुआ है।इससे दो बस्तियां में लगभग सौ मकान गंगा नदी में समा गई है।
गंगा कटान से बची खेती योग्य जमीन पर किसान छिटपुट मकान बनाकर रह रहे है।वही कटान से प्रत्येक साल 5 एकड़ जमीन गंगा में समा जाती है। किसानों का मांग है की गंगा नदी से 200 मीटर जमीन छोड़कर चकबन्दी किया जाए।बावजूद चकबन्दी विभाग अपनी मनमानी कर रहा है।
किसान मामले की जांच को लेकर उच्चाधिकारियों से गुहार लगा रहे है बाबजूद चकबंदी प्रकिया की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई नहीं किया जा रहा है। इससे किसानों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
किसान जयप्रकाश सिंह, बलिराम सिंह, दयाशंकर सिंह, सुभाष सिंह, निदू बिन्द, सूचित चौधरी आदि ने डीएम का ध्यान आकृष्ट कराते हुए चकबंदी प्रक्रिया का जांच कर दोषियों पर कार्रवाई का मांग किया है।
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