सकलडीहा क्षेत्राधिकारी अनिरुद्ध सिंह ने ग्राम सभा बरठी में हो रहे कैनवस नाइट क्रिकेट प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि कहा कि खेल में हार जीत मायने नहीं रखता, हारने वाली टीम को हार का मूल्यांकन करना बहुत जरूरी है |
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विजेता टीम को पुरस्कृत करते हुए सीओ सकलडीहा, फोटो-pnp |
●क्रिकेट प्रतियोगिता में विजेता बनीं पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर की टीम
●चतुर्भुजपुर की टीम का द्वितीय स्थान पर प्रदर्शन रहा काफी सराहनीय
चंदौली । खेल चाहे कोई भी हो फील्ड में जाने से पहले अपने आप को शारीरिक रूप से दक्ष होना जरूरी ही नहीं अपितु मानसिक रूप से मजबूत होना भी जरूरी है।
उक्त बातें सकलडीहा के क्षेत्राधिकारी अनिरुद्ध सिंह ने सकलडीहा तहसील के ग्राम सभा बरठी में हो रहे कैनवस नाइट क्रिकेट प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।उन्होंने कहा कि खेल में हार जीत मायने नहीं रखता, हारने वाली टीम को हार का मूल्यांकन करना बहुत जरूरी है।
खिलाड़ियों को बैठकर शांत मन से यह विचार करना चाहिए कि आखिर गलती कहां हुई, ऐसा नहीं कि हारने वाली टीम शाबाशी की पात्र नहीं होती है । यह सोचना गलत है कि सर्वदा याद करने वाली जीत ही होगी । हारने वाली टीम का भी दर्शकों द्वारा इतना मनोबल बढ़ाया जाता है कि खेल भावना से उपर होकर खेल के प्रति किए अथक प्रयास से हुई हार कर भी हारने वाली टीम जीत जाती है।
लोगों के दिलों में जीत मायने नहीं रखती है, हार को जीत में तब्दील नहीं करने वाली टीम को दर्शक सराहते हैं और अंत तक भूलते नहीं है । क्रिकेट में मानसिक संतुलन बहुत जरूरी है, क्योंकि खिलाड़ी शरीर से स्वस्थ होता है। अगर मानसिक संतुलन उसका ठीक नहीं है तो किसी भी क्षेत्र में उसको लगा दिया जाए फील्ड में वह अपने को असहाय महसूस करेगा, इसलिए खेल को खेल की भावना से खेलो।
आगे कहा कि भारत सरकार ने इतना बड़ा खेलो इंडिया का उपक्रम तैयार किया है, उसका लाभ उठाएं। आज इस मैच का विजेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर रहा, जो बहुत ही सराहनीय प्रदर्शन किया। हारते-हारते यह टीम जीत गई। लगातार दो मैच खेलने के बाद भी इसके खिलाड़ी जोश से भरे रहे। इसलिए विजय मिली । चतुर्भुजपुर की टीम द्वितीय स्थान पर रही जिसका प्रदर्शन सराहनीय रहा लेकिन आपसी तालमेल के चलते यह फाइनल मैच हार गई, इनको भी मैं बधाई दे रहा हूं कि अपना मनोबल बनाए रखें और जीत के लिए राह तलाशते रहे।
फाइनल मैच से पहले दो मैच खेले गए थे, जिसमें बरगा और चकिया के बीच में हुआ पांच पांच ओवर का। इसमें बरंगा ने चकिया को हरा दिया ,उसके बाद बरगा मुगलसराय दूसरा मैच शुरू हुआ वह भी 5 ओवर का। उसमें मुगलसराय ने बरगा को हरा दिया और फिर तीसरा मैच फाइनल खेला गया, जिसमें पंडितदीनदयाल उपाध्याय नगर लगातार दो मैच खेलते हुए फाइनल में पहुंची थी l
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