पूर्व मध्य रेलवे दानापुर मंडल अंतर्गत EMU सवारी गाड़ी को सुबह DDU जंक्शन के बजाय वाराणसी जंक्शन तक चलाये जाने की यात्रियों ने मांग की है |
धीना, चंदौली | पूर्व मध्य रेलवे दानापुर मंडल अंतर्गत चलायी जाने वाली सुबह EMU गाड़ी संख्या 03207अप बक्सर से डीडीयू जंक्शन,फिर वही डेढ़ घंटे बाद गाड़ी संख्या 03294 डाउन बनकर DDU जंक्शन से पटना जंक्शन प्रतिदिन जाती है।
इस EMU सवारी गाड़ी को सुबह जंक्शन के बजाय वाराणसी जंक्शन तक चलाये जाने की उससे यात्रा करने वाले यात्रियों ने मांग की है । कारण उक्त EMU ट्रेन के समय गाड़ी संख्या 03049 अप हावड़ा अमृतसर एक्सप्रेश चलती थी, जो बक्सर से एक स्टेशन छोड़कर ख़डी होती लोग उससे यात्रा कर विशेष कर बीमार में बच्चे, बूढ़े, नौजवान, स्त्री पुरुष वाराणसी जंक्शन सुबह उतरकर BHU हॉस्पिटल अपना इलाज कराकर यही गाड़ी संख्या 3050 डाउन में वाराणसी जंक्शन पर शाम को मिलती थी, जिससे इलाज कराकर आसानी से लोग वापस आ जाते थे।
यह ट्रेन कोविद के समय ही रेलवे बोर्ड से हमेशा के लिये रद्द कर दी गयी | हारकर लोग ई यम यू से सफर कर रहे हैं | सबसे हैरानी तब होती है जब बीमार मरीज के साथ साथ के लोग पी डी यू जंक्शन से काफ़ी जलालत झेलकर प्लेटफार्म से बाहर ले आकर औने पौने भाड़े पर साधन करके बी यच यू हॉस्पिटल पहुंचते हैं इलाज कराकर वापसी में शाम को वाराणसी जंक्शनसे कोई ट्रेन पटना रूट के लिये नहीं है |
इस गाड़ी संख्या 03207अप EMU जो सुबह को DDU के बजाय वाराणसी जंक्शन चलाने और 03289 डाउन EMU को वाराणसी जंक्शन से दोपहर तीन बजे के बजाय शाम छः बजे चलाने की जनहित में मांग की है | शाम को भी पटना से EMU DDU जंक्शन दो घंटे ख़डी रहकर रात्रि साढ़े आठ बजे पटना के लिये जाती है ,इसे ही वाराणसी जंक्शन कर दिया जाय |
जबकि बक्सर से जितना पी डी यू जंक्शन का भाड़ा है उतना ही वाराणसी जंक्शन का भी भाड़ा है |सबसे परेशानी गरीब जनता को होती जो बेहतर सस्ता इलाज हेतु बी यच यू हॉस्पिटल जाना पसंद करते हैं |
बक्सर से DDU ,वाराणसी जंक्शन के बीच गाँव की गरीब असहाय जनता माननीय सांसद वाराणसी नरेंद्र मोदी जो भारत सरकार में प्रधानमंत्री हैं, सांसद चंदौली डा महेंद्र नाथ पाण्डेय, सांसद बक्सर आश्वनी चौबे द्वय केंद्र में मंत्री हैं | रेल मंत्री भारत सरकार व सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास का नारा देने वाली सरकार जनता की इस समस्या पर कितना ध्यान देते हैं, यह अभी भविष्य के गर्त में है |