कोविन्द को PM आज देंगे विदाई भोज, रायसीना हिल्स 15वीं राष्ट्रपति चुनी गईं द्रौपदी मुर्मु के स्वागत को तैयार

कोविन्द को PM आज देंगे विदाई भोज, रायसीना हिल्स 15वीं राष्ट्रपति चुनी गईं द्रौपदी मुर्मु के स्वागत को तैयार

PM नरेन्द्र मोदी आज शाम होटल अशोक में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के सम्मान में विदाई भोज का आयोजन करेंगे | उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, मोदी मंत्रिपरिषद के सभी मंत्री मौजूद उपस्थित रहेंगे |

होटल अशोक में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्दके सम्मान में विदाई भोज का आयोजन

रायसीना हिल्स 15वीं राष्ट्रपति चुनी गईं द्रौपदी मुर्मु के स्वागत को तैयार

Purvanchal News Print | नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम होटल अशोक में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्दके सम्मान में विदाई भोज का आयोजन करेंगे। इस भोज में उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, मोदी मंत्रिपरिषद के सभी मंत्री मौजूद उपस्थित रहेंगे ।


 राष्ट्रपति कोविन्द देश की 15वीं राष्ट्रपति चुनी गईं द्रौपदी मुर्मु के सम्मान में  24 जुलाई को रात्रि भोज देंगे। इस अवसर पर भी उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कैबिनेट मंत्री और विपक्ष के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे।


समतावाद और अखंडता के पैरोकार देश के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की अब राष्ट्रपति भवन से विदाई होने वाली है , क्यूंकि  25 जुलाई  2017 को राष्ट्रपति बने कोविन्द का कार्यकाल रविवार 24 जुलाई  को पूरा होगा। दो वर्ष का समय कोविड महामारी में बीतने के बावजूद उनके कार्यकाल को कई अहम उपलब्धियों के लिए सदैव याद किया जाएगा।


शिक्षा को सामाजिक सशक्तीकरण का उपकरण बताने वाले कोविन्द राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की अधिक सक्रिय भागीदारी के समर्थक हैं। वंचित वर्गों, विशेष रूप से विकलांगों और अनाथों के लिए अधिक अवसर पैदा करने का आह्वान करते रहे हैं। कोविंद ने अपनी साधारण पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए कहा था कि वे एक छोटे से गांव में मिट्टी के घर में पले-बढ़े और राष्ट्रपति बनने तक की उनकी यात्रा लंबी रही है।


देश के राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर उन्होनें 33 देशों की राजकीय यात्राएं की हैं । मेडागास्कर, इक्वेटोरियल गिनी, इस्वातिनी, क्रोएशिया, बोलीविया और गिनी गणराज्य से सर्वोच्च राजकीय सम्मान से सम्मानित हुए।


14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने 2018 में दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र लद्दाख के सियाचिन में पोस्ट का दौरा किया। वे केआर नारायणन के बाद शीर्ष संवैधानिक पद पर काबिज होने वाले दूसरे दलित बने। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के परौंख गांव में मामूली परिवार में जन्मे कोविन्द ख्यातनाम वकील, सांसद और बिहार के राज्यपाल भी रहे हैं।


खबर है कि कार्यकाल पूरा होने पर उनका नया आवास लुटियन जोन का '12 जनपथ' हो सकता है। इस बंगला में लंबे समय तक पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान रहे हैं।


पूर्वांचल न्यूज प्रिंट ग्रुप के सोशल मीडिया से जुड़े :-

👉फ़ेसबुक- https://www.facebook.com/purvanchalnewsprint

👉 ट्विटर- https://twitter.com/purvanchalprint

👉 इंस्टाग्राम- https://www.instagram.com/purvanchalnewsprint/

👉 टेलीग्राम : https://t.me/purvanchalnewsp