बिहार के गया में चल रही कालचक्र पूजा के दौरान कोरोना जांच में 4 विदेशी कोरोना संक्रमित मिले हैं | कालचक्र पूजा में डीएम ने सभी को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है |
● दलाई लामा के प्रवचन के दर्जन अनुनायियों को मास्क पहनना किया गया अनिवार्य
पटना/ गया। बिहार के गया में चल रही काल चक्र पूजा के दौरान कोरोना जांच में 4 विदेशी कोरोना संक्रमित मिले हैं। यहां के डीएम ने इस दौरान सभी को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
गया में इन दिनों कालचक्र पूजा शुरू है। इस पूजा में मुख्य रूप से तिब्बती आध्यात्मिक बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा शामिल हुए हैं। अगले 1 महीने तक वे यहीं रहेंगे। गया में आयोजित हो रहे काल चक्र पूजा में बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयायियों की बोधगया में भीड़ जुट रही है। इसे देखते हुए यहां स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर अलर्ट है ।
चार विदेशी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई
जब कालचक्र पूजा में स्वास्थ्य विभाग को यह सूचना मिली कि यहां 35 लोगों को एक साथ सर्दी जुकाम हुआ है, इसके बाद विभाग ने सभी लोंगों की पीसीआर जांच करवाया। जिसमें 4 की रिपोर्ट कोरोना संक्रमित होने की खबर आई है। तब पता चला कि ये सभी 33 यात्री बोधगया एयरपोर्ट पर 20 दिसंबर को बैंकांक से पहुंचे थे।
खबरों के मुताबिक सभी तीन संक्रमित बैंकाक के रहने वाले हैं । इन तीनों को बोधगया के एके होटल में मेडिकल किट देकर आइसोलेट कर दिया गया है। जबकि एक अन्य संक्रमित दिल्ली चला गया , जो म्यांमार का रहने वाला था।
तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा एक महीने के प्रवास पर
बता दें कि बोधगया में तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा एक महीने के प्रवास पर यहां आए हुए हैं, जो 29 से 31 दिसम्बर तक हर रोज कालचक्र पूजा मैदान में प्रवचन देंगे। उन्हीं के प्रवचन को सुनने के लिए 50 से अधिक देशों से विदेशी पर्यटक, बौद्ध अनुयायी और बौद्ध लामाओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है।
इधर, सरकार के निर्देश पर यहां के डीएम डॉ. त्यागराजन एमएस ने बोधगया के कालचक्र पूजा के दौरान कोरोना को लेकर काफी एहतियात बरत रहे हैं और आयोजित प्रवचन के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।