हरदोई में जिंदा जले भाई-बहन, चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में लगी थी आग

हरदोई में जिंदा जले भाई-बहन, चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में लगी थी आग

चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में ऐसी आग लगी कि भाई-बहन जिन्दा जल गए ।

हरदोई में जिंदा जले भाई-बहन, चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में लगी थी आग
हरदोई में जिंदा जले भाई-बहन, चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में लगी थी आग 

👉हरपालपुर थाने के मखाईपुरवा में हुए हादसे से कोहराम मचा 

हरदोई। चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में ऐसी आग लगी कि भाई-बहन जिन्दा जल गए । घटना के बाद लोगों ने दमकल गाड़ी को बुलाने के लिए कई बार फोन किए , लेकिन दमकल नहीं पहुंच सका। यह मामला हरपालपुर थाने के मखाईपुरवा का बताया गया है। 

बताया जाता है कि मां ने अपने बच्चों के लिए खाना बनाने के लिए चूल्हा जलाया था लेकिन उसकी आग पूरी तरह से बुझी नहीं थी। इस वजह से उसी चूल्हे से भड़की आग की चिंगारी ने झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया। 

उस झोपड़ी के अंदर मौजूद भाई-बहन की ज़िंदा जल कर दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना शुक्रवार की सुबह की है। इस हादसे से इलाके में कोहराम मचा हुआ है। भाई-बहन के जिन्दा जलने की घटना ने सरकारी व्यवस्था की भी पोल खोल दी है। 

 खबर है कि जनपद के मखाईपुरवा निवासी तेजराम पत्नी और बच्चों के साथ एक झोपड़ी में रहता है। शुक्रवार की सुबह उसकी पत्नी ने अपने बच्चों के लिए खाना पकाने के लिए चूल्हा को जलाया था। चूल्हा जलाने के बाद उसकी आग को बुझाया नहीं था ,इसी बीच शौच के लिए चली गई। जबकि झोपड़ी में उसकी 5 साल की नन्ही बेटी और 3 साल का बेटा ज्ञानेन्द्र मौजूद था। 

इसी दौरान चूल्हे से निकली आग की चिंगारी ने झोपड़ी में आग लग गयी। जिससे झोपड़ी धूं-धूं कर जलन उठी। उसके अंदर कौन है, इसका किसी को ध्यान नहीं रहा। आगे इसके घर में शौचालय होता तो शायद यह हादसा न होता। 

उधर, आग की ऊंची-ऊंची लपटें देखकर शौच के लिए गई तेजराम की पत्नी ने शोर मचाने लगी तो गांव वाले दौड़ पड़े। लेकिन, उससे पहले उसकी नन्ही बेटी और बेटा ज्ञानेन्द्र ज़िंदा जल कर राख ही गए ।

 फिर गांव वालों ने कड़ी मशक्कत कर किसी तरह आग पर काबू पाए। इस तरह हुए दर्दनाक हादसा से इलाके के लोगों में कोहराम मचा हुआ है। बता दें कि तेजराम के पांच बच्चे थे। वह मेहनत-मज़दूरी कर किसी तरह अपने बच्चों का पालन पोषण कर रहा था। इस हादसे ने उसका सब कुछ बर्बाद कर दिया।