ऐसी आ गई बारी, पौराणिक कमालपुर कस्बा तालाब बना क्रिकेट का मैदान, सरकार के अमृत सरोवर पर उठता सवाल !

ऐसी आ गई बारी, पौराणिक कमालपुर कस्बा तालाब बना क्रिकेट का मैदान, सरकार के अमृत सरोवर पर उठता सवाल !

...अब ऐसी बारी आ गई है कि पौराणिक कमालपुर कस्बा तालाब क्रिकेट का मैदान बना हुआ, लोग सरकार के अमृत सरोवर पर सवाल उठाते नजर आ रहा हैं !

फोटो - तालाब के गर्भ में क्रिकेट खेलते लड़के

By-Diwakar Rai /धीना, चंदौली। विकास खंड धानापुर अंतर्गत स्थित कस्बा कमालपुर का लगभग 2.44 एकड़ में आच्छादित पौराणिक तालाब जिसके छोर पर स्थित रामजानकी मंदिर, गांव का मिनी सचिवालय, पंचायत भवन, मस्जिद, दूसरे छोर पर स्थित चौरसिया मंदिर और बालिका जूनियर हाई स्कूल । एक ओर हरिजन बस्ती और शेष भाग खुला मैदान।

अब ऐसी बारी आ गई है कि पौराणिक कमालपुर कस्बा तालाब क्रिकेट का मैदान बना हुआ, लोग सरकार के अमृत सरोवर पर सवाल उठाते नजर आ रहा हैं ! यह तालाब मत्स्य विभाग में नामांकित है। गांव के लोग मत्स्य विभाग से पट्टा करा लिया  गया है । बिगत मई माह के पूर्व ही मछली मारने के उद्देश्य से तालाब को सुखाकर जल बिहीन कर दिया गया । 

कमालपुर के इस तालाब मे लोग स्नान व कपड़ा साफ-सफाई करते हैं । पशु-पक्षी भी अपनी प्यास बुझाते थे ।एक तरफ शासन द्वारा अमृत मान सरोवर के नाम पर तालाबों का सुन्दरी करण किया जा रहा है और तालाब को गर्मी के महिने में जल से परिपूर्ण रखरखाव किया जा रहा है ।

सच देखा जाय तो कस्बा के तालाब के सुन्दरी करण के नाम  पर अब तक जो भी ग्राम प्रधान हुआ सभी ने शासन प्रशासन से लाखों-लाख रुपए अवमुक्त कराया । कमालपुर कस्बा के पूर्वी छोर पर स्थित यह तालाब आज एक-एक बूंद पानी के लिए तड़प रहा है और गांव के बच्चें सुबह शाम तालाब के गर्भ गृह मे क्रिकेट खेल रहे हैं ।

जब तालाब में पानी भरा रहता था तो सुबह शाम  कस्बा के लोग तालाब के घाट पर बैठकर मन बहलाव कर लेते थे ।तालाब के पश्चिमी छोर एक पीपल का विशाल वृक्ष है ,जब गांव के लोग शरीर त्यागते हैं ,तो दाह-संस्कार करने के बाद पीपल के वृक्ष में घंट बाँधते हैं और तालाब में स्नान करके तालाब  का पानी लेकर पीपल वृक्ष की परिक्रमा करते हुए घड़ा को भरते हैं । 

आज तालाब में पानी नहीं होने से मृत्यु के बाद की जाने वाली क्रिया- कर्म वालों को आखिरी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है ।जल विहीन कस्बा का तालाब अपने आप को अकेलापन महसूस कर रहा है । 

स्थानीय गांव व कस्बा के लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित कराते हुए मांग कर रही है कि भीषण गर्मी में जल भरने की व्यवस्था के साथ साथ गांव के तालाब को मत्स्य विभाग से अवमुक्त कर सदैव के लिए जल युक्त करके तालाब के छोर पर स्थित सभी के मर्यादा को बचाया जाए, इस पुण्य कार्य के लिए कमालपुर की जनता लोक प्रिय डीएम को सदैव के लिए याद करती रहेगी ।


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