यह कैसा विकास ! अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा शहीद गुलाब सिंह यादव स्मृति द्वार मार्ग

यह कैसा विकास ! अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा शहीद गुलाब सिंह यादव स्मृति द्वार मार्ग

दो तहसील चंदौली सदर, सकलडीहा, दो ब्लाक बरहनी, धानापुर, दो परगना नरवन, महाइच के बार्डर पर शहीद गुलाब सिंह यादव स्मृति द्वार के ठीक पश्चिम मोहनभिट्टी के बीच एक किमी पक्की सड़क की दुर्दशा आखिर क्यूं ?

फोटो -शहीद गुलाब सिंह यादव गेट, गिट्टी उखड़कर गड्ढे में तब्दील सड़क

👉शासन- प्रशासन की अनदेखी के चलते दो- दो तहसील ब्लाक, तीन-तीन परगना के बीच की सड़क गड्ढे में तब्दील
By-Diwakar Rai /धीना, चंदौली।  जिले में दो तहसील चंदौली सदर, सकलडीहा, दो ब्लाक बरहनी, धानापुर, दो परगना नरवन, महाइच के बार्डर पर शहीद गुलाब सिंह यादव स्मृति द्वार के ठीक पश्चिम मोहनभिट्टी के बीच एक किमी पक्की सड़क का नव निर्माण आज तक नहीं होने से उक्त मार्ग पर उखड़े गिट्टी सड़क में बने गड्ढे अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है |

यही एक किमी मार्ग अगर बन जाय तो धीना से भैंसा कला (भैंसउर)से सबद्ध गोपाल पुर मार्ग जो प्रधानमंत्री सड़क निर्माण के तहत बनी है, इस स्मृति द्वार तक ही सीमित है |यह स्मृति गेट से प्रवेश कर मोहन भिट्टी, देवकली होते हुए कमालपुर पक्की रोड से मिलान करती है। इस मार्ग से दर्जनों गांव के लोगों का आना जाना प्रतिदिन लगा रहता है |

गोपालपुर गांव के ही वीर सपूत स्व 0 गुलाब सिंह यादव सी.आर.पी.एफ.का जवान शहीद हो गए। गोपालपुर का जहां सीमा प्रारंभ होता है वहीं पर शहीद गुलाब सिंह स्मृति गेट बना है। स्मृति गेट से पश्चिम  लगभग 01 किलोमीटर चिलबिली गांव सभा धानापुर ब्लाक में रोड पड़ती है। सच देखा जाय तो यह 01 किलोमीटर सड़क दो गांव मोहनभिट्टी और गोपालपुर,दो ब्लाक धानापुर और बरहनी, दो परगना नरवन और महाईच को जोड़ती है, फिर भी आज अपनी दयनीय स्थित पर ऑसू बहा रही है ।

यह कैसा विकास ! अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा शहीद गुलाब सिंह यादव स्मृति द्वार मार्ग

इस रोड से गुजरने वाले लोगों का 01 किलोमीटर दूरी तय करने मे छट्ठी का दूध याद आ जा रहा है । क्षेत्रीय लोगों का कहना है गड्डा युक्त, उबड़ ,खाबड़,कच्ची, पक्की,कंकड़ीली, पथरीली सड़क मरम्मत को लेकर जिला पंचायत ,क्षेत्र पंचायत, ग्राम प्रधान और सरकार के प्रतिनिधी से कह कर हम लोग थक गए हैं, पर कोई सुनने को तैयार नहीं है, बनवाने की बात तो दूर है ।
शहीद गुलाब सिंह यादव का पार्थिव शरीर जब गोपालपुर गांव में आया था उस समय जिला प्रशासन और सरकार के प्रतिनिधिमंडल भी इसी बदहाल सड़क से आए और चले गये पर सड़क आज तक ज्यों की त्यों रह गयी। यह एक किमी सड़क शहीद के स्मृति द्वार को भी मुँह चिढ़ा रही है | ग्रामीणों ने लोकप्रिय डीएम  का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराकर बदहाल सड़क को बनवा कर क्षेत्र की जनता की समस्याओं का निराकरण करने की मांग की है |

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