राजभर समाज किसी नेता का गुलाम नहीं, अपने हक की लड़ाई खुद लड़ता: सत्यनारायन राजभर

राजभर समाज किसी नेता का गुलाम नहीं, अपने हक की लड़ाई खुद लड़ता: सत्यनारायन राजभर

सपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायन राजभर ने सम्बोधित करते हुए कहा कि राजभर समाज के भगवान कोई नेता थोड़ी है| यह वे लोग जो अपने फायदा के लिए कभी यहां, कभी वहां मुँह मारते फिर रहे है| 

राजभर समाज किसी नेता का गुलाम नहीं, अपने हक की लड़ाई खुद लड़ता: सत्यनारायन राजभर
चन्दौली जिला अध्यक्ष सत्यनारायन राजभर 


सकलडीहा,चन्दौली । रविवार की देर शाम बरठी गांव के शिविर कार्यालय पर राजभर समाज के नेताओं की बैठक आयोजित की गई। जिसमें सपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायन राजभर ने सम्बोधित करते हुए कहा कि राजभर समाज के भगवान कोई नेता थोड़ी है। यह वे लोग जो अपने फायदा के लिए कभी यहां, कभी वहां मुँह मारते फिर रहे है। 

समाज के लोगो को गुमराह कर अपनी जेब भरने में जुटे है। कभी राजभर समाज के हक की बात करते है तो कभी भूल जाते है कि इनको क्या करना चाहिए। ऐसे लोगों के साथ कभी राजभर समाज नहीं रहता है। आज जो भी राजभर समाज का विकास है अपने बल पर है। आगामी लोकसभा चुनाव में उन नेताओं को समझ मे आ जाएगा। जो कई डाल पर जा चुके है।


बैठक में सपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायन राजभर ने बताया कि सपा सरकार में विमुक्ति जाति प्रमाण पत्र दिया जाता था उसका लाभ राजभर समाज को मिला। लेकिन इस सरकार में बन्द कर दिया गया है। कुछ राजभर समाज के ऐसे नेता है जो अपने फायदे के लिए कई जगह शरण ले चुके है। इनकी बातों ने कई बार राजभर समाज को झुकाने का काम किया। 

लेकिन यह निजी स्वार्थ में समाज के हितैषी बनते है। राजभर समाज का सुखदेव राजभर,रामअचल राजभर जैसे नेताओं ने सम्मान बढ़ाने का काम किया है। जिस राजभर जाति के वोट को बेचने के जुगाड़ में नेता लगे हुए है उन्हें राजभर समाज के संघषों की लड़ाई लड़ने का समय नहीं है। रोटी कपड़ा और मकान की मांग करने वाले नेता अपना पेट भरने में जुटे है। समाज ने कई बार उन्हें विधायक व मंत्री बनाया लेकिन उन्होंने अपनी जेब भरना उचित समझा। 

बैठक में केशव राजभर,जयहिंद,महेन्द्र राजभर,गोपाल राजभर,छोटू राजभर, मृत्युंजय राजभर, शंकर राजभर सहित अन्य उपस्थित रहे।

सबसे विश्वसनीय पूर्वांचल का हिंदी न्यूज़ वेबसाइट पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट | For more related stories, follow: News in Hindi -👉 Facebook 👉Twitter  👉 Instagram 👉 Teligram.👉Membership Plan.