केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने कल देर रात विकास भवन सभागार में विद्युत एवं सिंचाई विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की|
चंदौली। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने कल देर रात विकास भवन सभागार में विद्युत एवं सिंचाई विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।चंदौली जिले की विद्युत और सिंचाई व्यवस्था पर चर्चा हुई।
मंत्री महेंद्र पांडेय ने सबसे पहले सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से उनके रजिस्टर में दर्ज किए गए महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में जानकारी मांगी। उन्हें सिंचाई विभाग के रजिस्टर में जनपद चंदौली में सबसे महत्वपूर्ण टिफिकल पॉइंट, सबसे बड़ी चुनौती और उनके निदान और सलाह योजनाओं की जानकारी चाहिए थी।केंद्रीय मंत्री ने इस प्रश्न का कोई संतोसजनक उत्तर नहीं पाया।
केंद्रीय मंत्री ने बैठक के दौरान अधिशासी अभियंता चंद्रप्रभा की कार्यशैली पर गहरा असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि सोमवार तक ट्यूबवेल से संबंधित एनओसी नहीं दिया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री महेंद्र पांडेय ने सबसे पहले सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से उनके रजिस्टर में दर्ज किए गए महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में जानकारी मांगी। उन्हें सिंचाई विभाग के रजिस्टर में जनपद चंदौली में सबसे महत्वपूर्ण टिफिकल पॉइंट, सबसे बड़ी चुनौती और उनके निदान और सलाह योजनाओं की जानकारी चाहिए थी।केंद्रीय मंत्री ने इस प्रश्न का कोई संतोसजनक उत्तर नहीं पाया।
केंद्रीय मंत्री ने बैठक के दौरान अधिशासी अभियंता चंद्रप्रभा की कार्यशैली पर गहरा असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि सोमवार तक ट्यूबवेल से संबंधित एनओसी नहीं दिया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने बैठक में उपस्थित सिंचाई विभाग के उच्चाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मिलकर एक तत्कालीन और दीर्घकालीन योजना बनाकर तीन दिन के अंदर जिलाधिकारी को प्रस्तुत करें।साथ ही किसानों और जनता को इस योजना के बारे में भी बताएं। उनका कहना था कि किसानों और जनता को सिंचाई समस्याओं की जानकारी दी जाएगी और एक नोडल अफसर भी नियुक्त किया जाएगा।
टेल पर पानी न पहुंचने का मुद्दा उठाते हुए विधायक सुशील सिंह ने संबंधित अधिकारियों को घेर लिया और कहा कि रोस्टर के अनुसार किसानों को पानी नहीं मिल रहा है।इसके साथ ही उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों पर अपनी नाराजगी व्यक्त की कि वे कम विद्युत आपूर्ति देते हैं।
जैसा कि जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे ने बताया, खरीफ गोष्ठी के दौरान एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें सभी सिंचाई खंडों और हाइडलों के अधिकारी उपस्थित रहे। यह बैठक नहरों का रोस्टर बनाती है।जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस रोस्टर को सभी जनप्रतिनिधियों को तत्काल अवगत कराएं |
उन्होंने सिंचाई एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों को मिलकर काम करने की नसीहत भी दी। जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि उनके विभाग के लंबित कार्यों को लिखित रूप में मंत्री जी और विधायक जी को सौंप दें, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
केंद्रीय मंत्री ने बैठक में किसानों और जनप्रतिनिधियों ने विद्युत और सिंचाई से जुड़े कई मुद्दों को उठाया, जिन पर तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया गया। विधायक कैलाश आचार्य, जिला अध्यक्ष अभिमन्यु सिंह, सांसद प्रतिनिधि सर्वेश कुशवाहा और अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि और किसान बैठक में उपस्थित रहे।
केंद्रीय मंत्री ने बैठक में किसानों और जनप्रतिनिधियों ने विद्युत और सिंचाई से जुड़े कई मुद्दों को उठाया, जिन पर तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया गया। विधायक कैलाश आचार्य, जिला अध्यक्ष अभिमन्यु सिंह, सांसद प्रतिनिधि सर्वेश कुशवाहा और अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि और किसान बैठक में उपस्थित रहे।