राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्य के संस्कृति विभाग के सहयोग से संगीत नाटक अकादमी और साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित उत्कर्ष और उन्मेष के उद्घाटन समारोह में भाषण दिया |
🔷केंद्रीय संस्कृति विभाग के अधीन संगीत नाटक अकादमी और साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के उद्घाटन समारोह में भाषण दिया
भोपाल। आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हर भाषा को बचाना लेखकों का कर्तव्य है और एक भाषा की पुस्तकों का दूसरी भाषाओं में अनुवाद करने से साहित्य अधिक समृद्ध होगा। यहां, मुर्मू ने राज्य के संस्कृति विभाग के सहयोग से केंद्रीय संस्कृति विभाग के अधीन संगीत नाटक अकादमी और साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के उद्घाटन समारोह में भाषण दिया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल मंगुभाई पटेल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में साहित्यिक क्षेत्र में पाठकों की भागीदारी पर विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि उनके पास उड़िया भाषा की एक पुस्तक है, जो सौ से अधिक बार छापी गई है। यही कारण है कि उन्होंने कहा कि साहित्य में संप्रेषणीय होना महत्वपूर्ण है। मुर्मू ने कहा कि उनके पास संथाली और उड़िया दो भाषाएं हैं। संथाली साहित्य बहुत से अन्य भाषाओं में अनुवादित हुआ है।
उनका कहना था कि एक भाषा से दूसरी भाषा में लेखों का अनुवाद साहित्य को समृद्ध करता है। उन्होंने कहा कि भारत में 700 से अधिक आदिवासी समुदाय हैं, लेकिन उनकी भाषाएं और बोली लगभग दो गुनी हैं। लेखकों का कर्तव्य है कि देश भर की भाषाओं को बचाया जाए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भारत की सबसे बड़ी जनजातीय आबादी रहती है, इसलिए ये कार्यक्रम यहां करना तर्कसंगत और भावुक दोनों है।
राष्ट्रपति ने कहा कि जनजातीय समुदाय के कई कलाकारों को हाल के वर्षों में पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसी तरह उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनजातीय कलाकार तीजन बाई का भी उल्लेख किया। उनका कहना था कि इस वर्ग की सभी बहनों को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाना सम्मान है।
उनका कहना था कि जनजातीय वर्ग भी जीवन के लक्ष्यों को पूरा करना चाहता है। हमारे संस्कृति और प्राकृतिक परिवेश को सुरक्षित रखते हुए इस युवा वर्ग के आधुनिकीकरण में सहभागी होना चाहिए।
🔷सबसे विश्वसनीय पूर्वांचल का हिंदी न्यूज़ वेबसाइट पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट | For more related stories, follow: News in Hindi -👉 Facebook 👉Twitter 👉 Instagram 👉 Teligram.👉Google News. पोर्टल की सदस्यता ग्रहण करने के लिए Membership Plan देखें