अधिकारियों ने कहा कि जो लोग राशन कार्ड रखते हैं, उनका कार्ड नंबर फैमिली आईडी कार्ड में बदल जाएगा और भी लोगों को कार्ड बनाना होगा।
आवेदक अपने नजदीक के ई-डिस्ट्रिक्ट ऑफिस या ऑनलाइन कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। जिले में परिवार कार्ड के लिए 2463 आवेदन किए गए हैं। इनमें 566 आवेदन स्वीकृत हो चुके हैं, जबकि 552 लंबित हैं। 1345 आवेदन पत्र गड़बड़ी के कारण अस्वीकृत हो गए हैं।
जानकारों का कहना है कि आवेदक को ऑनलाइन आवेदन पर 15 अंक का आवेदन नंबर मिलेगा। इस आवेदन में परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड आवश्यक है। आवेदन के बाद, आवेदक और उसके परिवार के सदस्यों की जांच की जाती है।
कार्ड बनेगा, काम कागज से होगा
जानकारों का कहना है कि आवेदक को ऑनलाइन आवेदन पर 15 अंक का आवेदन नंबर मिलेगा। इस आवेदन में परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड आवश्यक है। आवेदन के बाद, आवेदक और उसके परिवार के सदस्यों की जांच की जाती है।
प्राप्त किए गए प्रत्येक आधार कार्ड पर एक अलग एक बार का पासवर्ड होता है, जिसे प्रत्येक आवेदन में दर्ज करना होगा। परिवार का कोई सदस्य पहले से किसी अन्य परिवार से जुड़ा हुआ है, तो वह रजिस्ट्रेशन नहीं करेगा। विभिन्न सरकारी विभागों में पारिवारिक आईडी कार्ड से अलग-अलग प्रमाण पत्र लगाने के बजाय एक प्रमाण पत्र का उपयोग किया जाएगा।
ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि लोगों को फैमिली आईडी कार्ड बनाने की जागरूक कर रहे हैं। इस व्यवस्था की आवश्यकता नहीं है। लोग इसलिए दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। सीएससी संचालकों से कहा गया है कि वे व्यक्तिगत रूप से लोगों को इसके लिए प्रेरित करें।