बसपा सुप्रीमो मायावती अब वह 15 अगस्त से यूपी संगठन की समीक्षाएं लखनऊ में करेगी | प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल को पूरी रिपोर्ट बनाने का आदेश दे दिया है |
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बसपा सुप्रीमो मायावती |
🔷मायावती अब लोकसभा चुनाव पर है। वर्तमान में बसपा राजनीतिक हलचल से दूर है। बसपा न तो इंडिया में है और न ही एनडीए में
लखनऊ | बसपा सुप्रीमो मायावती लोकसभा चुनाव की तैयारियों को मजबूत करने के लिए एक बार फिर लखनऊ आएंगी। दिल्ली में रहकर, उन्होंने राज्य के अन्य राज्यों में होने वाले चुनावों की तैयारियों को अंतिम रूप दिया है। अब वह 15 अगस्त से यूपी संगठन की समीक्षाएं लखनऊ में करेगी। प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल को पूरी रिपोर्ट बनाने का आदेश दिया गया है।
मायावती ने भतीजे आकाश आनंद की शादी के बाद निकाय चुनाव के लिए लखनऊ आया था। मायावती ने पांच जुलाई को लखनऊ से तीन महीने वापस दिल्ली लौट लिया था। उन्हें मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियां करनी थीं। इसके लिए केवल दिल्ली में बैठकें बुलाई गईं। विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर भी विचार करना था, लेकिन मुख्य ध्यान विधानसभा चुनाव पर था।
मायावती ने लखनऊ में रहते हुए तीन महीने में बूथ और सेक्टर कमेटियों को बनाने का लक्ष्य रखा था। मायावती ने कहा कि बूथ स्तर से ऊपर तक संगठन को नए सिरे से बनाया जाए, क्योंकि पार्टी ने निकाय चुनाव में बुरा प्रदर्शन किया था।
दिल्ली में मायावती ने राज्य चुनावों को लेकर सभी राज्यों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इसके लिए भी कार्यक्रम बनाए गए। पार्टी के राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर आकाश आनंद 16 अगस्त से राजस्थान में पदयात्रा करेंगे। मायावती ने दिल्ली में लगभग एक महीने और दस दिन बिताने के बाद अब फिर से लखनऊ पहुंच रही हैं।
अब ध्यान लोकसभा चुनाव पर
मायावती अब लोकसभा चुनाव पर है। क्योंकि बसपा फिलहाल राजनीतिक हलचल से दूर है। बसपा न तो भारत सरकार में है और न ही एनडीए में। बसपा ने चुनाव में दोनों गठबंधनों से अलग रहने का घोषणा किया है। यही कारण है कि बसपा को अपनी तैयारियों को भी उतनी ही दृढ़ता से चलाना होगा। इसलिए मायावती ने अब लखनऊ में बैठकों का दौर शुरू किया है। प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल भी बैठकों की तैयारी कर रहे हैं और सभी जिलों से रिपोर्ट मांगने लगे हैं।