Rain Warning: बनारस में झूमकर बरसे बदरा, जलभराव से कई जगहों पर गाड़ियां फंसी, गर्मी से राहत

Rain Warning: बनारस में झूमकर बरसे बदरा, जलभराव से कई जगहों पर गाड़ियां फंसी, गर्मी से राहत

शनिवार सुबह बूंदाबांदी के बाद शाम चार बजे वाराणसी जिले में बादल बरसे। दिन भर 10 मिलीमीटर बारिश से लोगों और किसानों को राहत मिली।

Rain Warning: बनारस में झूमकर बरसे बदरा, जलभराव से कई जगहों पर गाड़ियां फंसी, गर्मी से राहत

वाराणसी | शनिवार सुबह बूंदाबांदी के बाद शाम चार बजे वाराणसी जिले में बादल बरसे। दिन भर 10 मिलीमीटर बारिश से लोगों और किसानों को राहत मिली। वहीं चौकाघाट, अंधरापुल और लहरतारा पुल के नीचे सड़कों पर जलभराव हुआ। कई गाड़ी इससे फंस गईं। इसी तरह, लोगों को गोदौलिया, बांसफाटक और गिरजाघर सहित शहर के कई स्थानों पर जाना मुश्किल हो गया।

अगस्त की शुरुआत से ही लगातार बारिश ने किसानों को राहत दी है। शनिवार की बारिश ने भी खेतों को भर दिया है। इससे धान की फसल को लाभ मिलेगा। वहीं बारिश से तापमान भी गिरा है। तीन दिन से अधिकतम तापमान घट रहा है।

बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि अब मानसून में अधिक सक्रियता है। इसलिए शनिवार को बहुत बारिश हुई। अगले दो या तीन दिन तक मौसम ऐसा ही रहेगा। शनिवार को सबसे अधिक 30.5 डिग्री सेल्सियस और सबसे कम 26.1 डिग्री सेल्सियस थे।

गंगा का जलस्तर बढ़ा, तटवर्ती क्षेत्रों में धुकधुकी बढ़ी


शनिवार की शाम को गंगा के बढ़ते जलस्तर से घाटों का आपसी संपर्क टूट गया। जलस्तर बढ़ने से गंगा में नौका चलाना पूरी तरह से वर्जित है। गंगा के जलस्तर में लगातार पांचवें दिन तेजी से बढ़ाव का सिलसिला जारी रहने से तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वालों की धुकधुकी बढ़ गई है। 

Rain Warning: बनारस में झूमकर बरसे बदरा, जलभराव से कई जगहों पर गाड़ियां फंसी, गर्मी से राहत

शनिवार को, केंद्रीय जल आयोग की बाढ़ बुलेटिन के अनुसार, गंगा का जलस्तर 65.80 मीटर था। तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जलस्तर में वृद्धि होती है। तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मिर्जापुर, फाफामऊ और प्रयागराज में भी जलस्तर बढ़ रहा है। इसलिए बनारस में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।

Nemo Temple का फर्श पूरी तरह से डूब गया है। साथ ही दशाश्वमेध घाट और शीतला घाट के बीच का संपर्क भी खत्म हो गया है। उधर, राजघाट, प्रह्लाद घाट, रानी घाट, गोला घाट, गाय घाट, पंचगंगा घाट और ब्रह्मा घाट के साथ-साथ अन्य आसपास के घाटों के बीच पुल टूट गया है।

 मणिकर्णिका घाट के रैंप पर पानी चढ़ने से शवदाह के लिए आने वाले लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों ने कहा कि गंगा का पानी इससे पहले इतनी जल्दी नहीं गिरा था। पिछले 24 घंटे में गंगा का जलस्तर 66 सेंटीमीटर बढ़ा है।


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