मुख्य अतिथि डॉक्टर कृष्णानंद पांडे ने कहा कि हम कारगिल की लड़ाई लड़ चुके हैं, कारगिल में हमने आजादी की कीमत को समझा है, जान की कुर्बानी देना हम लोगों के लिए बहुत आसान है।
चंदौली । जनपद में स्थापित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मृति स्थल सकलडीहा रेलवे स्टेशन में शहीदों के लिए कुर्बानियों का दिन मनाने का समय 28 अगस्त था ।लेकिन, किसी कारणवश वह तारीख टल गया। बावजूद, शुक्रवार को शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए वाराणसी से भाजपा नेत्री शालिनी यादव और सैयदराजा विधायक पहुंच गए |
कहा जाता है कि -"समर में घाव जो खाता, उसी का मान होता है,छिपा उस वेदना में उम्र भर बलिदान होता है |सृजन में चोट जो सहता है छेनी और हथौड़े का, वही पाषाण मंदिर में कहीं भगवान होता है || "
वैसे कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के नहीं आने से कार्यक्रम फीका रहा ।लेकिन विशिष्ट अतिथि स्वर्गीय श्याम लाल यादव की बहू शालिनी यादव ने सभा में उपस्थित होकर शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंची । इस मौके पर उन्होंने कहा कि शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि उनके परिवार के लोग ही दे, ऐसा जरूरी नहीं है। आजादी सब की है, देश सबका है | उसके लिए हमको मिलजुल कर शहीदी दिवस मनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पूरे हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा शहीद बट्टी गांव के 88 लोग हुए, लेकिन उस परिवार के दो चार लोग ही लोग उपस्थित हुए, ऐसा हमारी सोच में बहुत कमी है ।अगर नई पीढ़ी को उनके बारे में उनकी व्यवस्था के बारे में उनकी दूरदर्शिता के बारे में अगर नहीं बताया गया तो हम फिर गुलामी के जंजीरों की तरफ चले जाएंगे। क्योंकि, आजादी की कीमत नए बच्चों को समझना बहुत जरूरी है।जननी के लिए जीवन देना किस्मत वालो को नसीब होता है।निशान तो यादों का समंदर है। जो जितना चाहे सोचे और कल्पना करे।
दरअसल, योगी सरकार के एक मंत्री के आने चर्चा थी ,वे नहीं पहुंचे | यहां ,मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर कृष्णानंद पांडे थे, जो खुद रिटायर फौजी है। मुख्य अतिथि श्री पांडेय ने कहा कि हम कारगिल की लड़ाई लड़ चुके हैं, कारगिल में तैयार होकर हमने आजादी की कीमत को समझा है जान की कुर्बानी देना हम लोगों के लिए बहुत आसान है। क्योंकि हम लोगों को ट्रेनिंग पीरियड में ही बता दिया जाता है कि अमर होने के लिए मात्र एक रास्ता ही ऐसा है
"शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा"
इस सत्यता को हम आज अपने आंखों से देख रहे हैं इतने बड़े 125 शहीदों की स्मृति स्थल को यहां बनाया गया है। इस स्थल को हम नमन करते हैं और हम यह प्रण करते हैं। आज के दिन की अगले साल होने वाला शहीदी दिवस 28 अगस्त को यहां इतनी भीड़ जुटेगी की पूरा प्रांगण भरा होगा।
सैयदराजा विधायक सुशील सिंह ने स्मृति स्थल पर पुष्प अर्पित किया
कार्यक्रम समाप्ति की ओर बढ़ चला था । तभी, सैयदराजा के विधायक सुशील सिंह का पहुंचे और उन्होंने स्मृति स्थल पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को माला अर्पण किया और स्मृति स्थल के चारो तरफ देखते हुए उन्होंने सकलडीहा के ब्लॉक प्रमुख अवधेश सिंह को इस आशय के साथ कहा कि आप यहां एक टिन सेट लगवा दीजिए । एक हाई मास्क लाइट लगा दीजिए और यहां एक झंडे का जो बहुत बड़ा झंडा होता है, स्मृति स्थल पर होना चाहिए ।ब्लॉक प्रमुख सकलडीहा ने तत्काल इसको स्वीकृति देने की बात कही, कहा आपके आदेश का पालन होगा ।
इस प्रकार के कार्यक्रम को थोड़े लोगों ने जब देखा सुना तो सबकी आंखों में खुशी के आंसू आ गए कि सच्चा जन सेवक आज हम लोग देखे। इतने वर्षों से मुलायम सिंह यादव ने 1995 में स्मृति स्थल को बनवाया था, उसके बाद आज तक कोई जननायक इन शहीदों को अपनी अच्छी नजरों से देखा नही।
विधायक सुशील सिंह ने इसकी शुरुआत कर दी ।अब इसके बाद आगे आने वाला समय यहां खुद धरती छोटी पड़ जाएगी। शहीदों की स्मृति स्थल पर भीड़ का रेला लगेगा। ऐसा आज ही अनुमान लग गया । स्वतंत्रता संग्राम स्मृति स्थल भीड़ कम थी लेकिन आज सबके चेहरे पर संतुष्टि के भाव नजर आ रहे थे।
इस कार्यक्रम में रंजय पांडेय,रामदयाल यादव,पारस नाथ तिवारी,शशिकांत मिश्रा,सरकारी अधिवक्ता रमाशंकर खरवार, पूर्व मंडल अध्यक्ष बीजेपी रामाधार गुप्ता,,रामनिवास पाठक,कमलापति पांडे,डॉक्टर अनिल यादव, भगवानदास इत्यादि लोग उपस्थित रहे। बीरेंद्र पांडे जी ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया।