आज से संसद का पांच दिन का विशेष सत्र शुरू हो रहा है। संसदीय कार्यवाही आज सामान्य रूप से पुराने भवन में होगी और कल से नये संसद भवन में कामकाज शुरू हो जायेगा|
नई दिल्ली | आज से संसद का पांच दिन का विशेष सत्र शुरू हो रहा है। संसदीय कार्यवाही आज सामान्य रूप से पुराने भवन में होगी और कल से नये संसद भवन में कामकाज शुरू हो जायेगा ।
बता दें कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने इस वर्ष 28 मई को नये संसद भवन का उद्घाटन किया था। विशेष सत्र से पहले सरकार ने कल रविवार को सदन नेताओं की सर्वदलीय बैठक बुलाई। लोकसभा में सदन के उपनेता, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व किया।
साथ ही कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ. ब्रायन, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव और राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा सहित विपक्षी दलों के कई नेता बैठक में मौजूद थे। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने मीडिया को बताया कि बैठक में 34 दलों के नेता शामिल हुए हैं और सरकार ने सुचारू सत्र के लिए सभी दलों का सहयोग मांगा गया ।
विपक्षी दलों ने सत्र के दौरान महिला आरक्षण विधेयक पारित किए जाने की जोरदार वकालत की है । यह विधेयक लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीट आरक्षित करने का प्रावधान करता है। बैठक में नेताओं ने जम्मू-कश्मीर में हाल की मुठभेड़ में शहीद होने वाले सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई । इससे पहले उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने नये संसद भवन के गज द्वार पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश भी इस मौके पर उपस्थित थे।