धर्म की नगरी काशी में तीन दिवसीय संस्कृति संसद 2023 का आयोजन संपन्न हुआ | संस्कृति संसद के तीसरे व आखिरी दिन 9 सूत्रीय एजेंडा को लोकसभा चुनाव से पहले सभी राजनैतिक दलों के सामने रखा गया |
👉संतों के 9 सूत्रीय एजेंडा मानने पर मुस्लिम लीग को भी समर्थन करेंगे संत : अध्यक्ष अखिल भारतीय संत समिति
वाराणसी। धर्म की नगरी काशी में तीन दिवसीय संस्कृति संसद 2023 का आयोजन संपन्न हुआ। संस्कृति संसद के तीसरे व आखिरी दिन 9 सूत्रीय एजेंडा को लोकसभा चुनाव से पहले सभी राजनैतिक दलों के सामने रखा गया।
बता दें की यहां तीन दिनों तक देशभर से आए संतो ने संस्कृति संसद सत्र में विभिन्न मुद्दों को उठाते हुए 9 सूत्रीय एजेंडे को तैयार किया है। देशभर के संतो ने इस 9 सूत्रीय एजेंडे को मानने वाले राजनैतिक दल को समर्थन देने की बड़ी बात कही है।
इस संसद में विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय संत, अखाड़ा परिषद समिति समेत 5 प्रमुख संगठनों के आवाह्न पर आयोजित संस्कृति संसद में देशभर से करीब 1500 संत , महामंडलेश्वर और 127 संप्रदायों के प्रमुख शामिल हुए। मीडिया के सामने अपने 9 सूत्रीय एजेंडे पर चर्चा करते हुए अखिल भारतीय संत समिति के अध्यक्ष अविचल देवाचार्य महाराज ने कहा कि संस्कृति संसद में तय हुए एजेंडे को सभी राजनैतिक दलों के प्रमुख को अपने हाथों से सौंपा जाएगा।
जो राजनैतिक दल ने सभी एजेंडे को मानेंगे उन्हें अगामी लोकसभा में हम लोग समर्थन देंगे। वही उन्होंने यह भी बताया कि यदि एक से अधिक राजनैतिक दल इसका समर्थन करती है, तो पुनः संत समर्थन के लिए विचार-विमर्श के लिए बैठक करेंगे। उन्होंने यहां तक कहा कि यदि अखिल भारतीय मुस्लिम लीग भी उनके एजेंडे को मानती है, तो वह उसका भी समर्थनहोगा।
राहुल गांधी को अखिल भारतीय संत समिति ने हिंदू मानने से किया इंकार
राहुल गांधी के जनेऊ धारण करने और मंदिरों में पूजन कर हिंदू होने पर सवाल खड़े किए जाने के मामले कोअखिल भारतीय संत समिति के अध्यक्ष ने समर्थन किया। उन्होंने राहुल गांधी को लेकर कहा कि जनेऊ और तिलक ड्रामा में पुजारी का रोल करने वाला भी लगाता है। यही ड्रामा करने वाला एक्टर मुसलमान होता है, तो वह भी जनेऊ पहनता है और तिलक लगाया है।
हम राहुल गांधी को सनातनी नहीं मानते क्यूंकि वह सनातनी होते तो उनके गठबंधन के राजनीतिक पार्टी ने जो सनातन का विरोध किया, तो उन्हें उसका खंडन खण्डन करना चाहिए |