काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का बंटवारा का प्रस्ताव उचित नहीं, बोले - AIPF नेता !

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का बंटवारा का प्रस्ताव उचित नहीं, बोले - AIPF नेता !

अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने विश्वविद्यालय को बांटने का काम पर सहमति दिया हैं, उसकी हम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र होने के कारण विरोध करता हूं | 

आईपीएफ नेता अजय राय 

आरोप : छेड़खानी की शर्मनाक घटना के बाद ठोस कार्यवाही करने के बजाय विश्वविद्यालय प्रशासन इस मुद्दे पर लीपापोती कर रहा !

चंदौली | अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने विश्वविद्यालय को बांटने का काम पर सहमति दिया हैं, उसकी हम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र होने के कारण विरोध करता हूं | यह आईपीएफ नेता अजय राय की प्रतिक्रिया में व्यक्त की है | 

 विश्वविद्यालय के आईटी के छात्राओं के साथ शर्मनाक हरकत करने वाले गुंडे की शिनाख्त कर विश्वविद्यालय प्रशासन को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए था | वह अभी तक नहीं करके दिवाल खड़ी कर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय को बांट देने का फैसला  कहीं से उचित नहीं हैं | काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की देश - दुनिया  में अलग पहचान हैं वहीं तरह-तरह की पढ़ाई व रहने वाले की भी पहचान हैं  | 

 एक विश्वविद्यालय में सभी तरह पढ़ाई से लेकर विदेशी भाषाओं की  भी पढ़ाई होती हैं | दिवाल खड़ी कर दो भागों में बांटने का फैसला मालवीय जी की कल्पना के अनुरूप भी नहीं हैं | दो तरह से बांटने के फैसले को विश्वविद्यालय प्रशासन को वापस लेना चाहिए, पुनः इस बात पर हम जोर देते हैं कि आईआईटी बीएचयू में छात्रा के साथ हुई | 

छेड़खानी की शर्मनाक घटना के बाद ठोस कार्यवाही करने के बजाय विश्वविद्यालय प्रशासन इस मुद्दे पर लीपापोती कर रहा है और सुरक्षा के नाम पर आईआईटी कैम्पस और बीएचयू के बीच दीवार खड़ी करके छात्रों को बांटने की साज़िश कर रहा है | 

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