सीएम योगी आदित्यनाथ की लोकप्रिय योजना जिसका नाम है सहभागिता योजना | यह योजना साल 2018 से चल रही है | इस योजना में बहुत बड़ा घोटाला तहसील नौगढ़ में हुआ है |
मजदूर किसान मंच ने उठायी जांच करने की मांग
नौगढ़ / चंदौली | सीएम योगी आदित्यनाथ की लोकप्रिय योजना जिसका नाम है सहभागिता योजना | यह योजना साल 2018 से चल रही है | जनपद के तहसील नौगढ़ में इस योजना में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है | शनिवार को आयोजित तहसील दिवस के अवसर पर इन सभी लोगों का सत्यापनकिये जाने का मामला सामने आया और पहले भी लोगों की जाँच हो चुकी है, इस जाँच में ज्यादातर अपात्र पाए गए हैं | आईपीएफ राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रिय योजना सहभागिता योजना में हुई धांधली की जांच होनी चाहिए |
इस घोटाले में यह भी पता चला है कि लाभार्थी के खाते में पैसा जितना भेजा जाता था, उसमें से 50% पैसा अधिकारी लाभार्थी से ले लेते थे | पशु विभाग के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पंकज हैं, उन पर बाघी के ग्राम प्रधान ने यह आरोप जड़ा है |
प्रधान पति बताते हैं कि डाक्टर पंकज की पत्नी व बेटी के खाते में भी लगातार चार सालों से धनराशि भेजी जा रही है, आरोप यह भी है कि इसमें पूर्व प्रधान व सचिव भी संलिप्त है | जैसा की यह केवल अनुमान लगाया जा रहा है | दरअसल, ग्राम पंचायत में कोई भी कार्य चाहे किसी भी विभाग की योजना आए, बिना प्रधान व सचिव की सहमति से पैसा पास नहीं होता है | जो लिस्ट जारी हुआ, जिसमें ज्यादातर लोग बाघी के ही हैं |
लिस्ट के मुताबिक आरोप यह है कि अनन्या माता का नाम सुचिता ,जो कि डॉक्टर पंकज की बेटी बताई जा रही हैं | वह भी नाबालिग है | हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं है !
जानकारी के अनुसार कृषक या जानवर रखने के इच्छुक लोग गऊआश्रम से दुधारू या खेती करने योग्य अपनी आधार कार्ड लेकर पचास रुपए रोजाना के हिसाब से गोवंश दिया जाता है और उनके खाते में पैसा भेजा जाता हैं लेकिन, इसमें धांधली हो रहीं हैं| बिना गोवंश दिए कई जानवर रखने का पैसा उनके उनके खाते में भेज दिया जा रहा है |
आईपीएफ राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रिय योजना सहभागिता योजना में हुई धांधली की जांच होनी चाहिए |