UP News: 72 जिलों में कंबल खरीद का काम पूरा हो चुका है, जबकि तीन जिलों में देरी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताई | सीएम के निर्देश पर तीनों जिलों के जिलाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है |
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यूपी के इन तीन जिलों के डीएम पर गिरेगी गाज! |
लखनऊ | प्रदेश में ठंड और शीतलहर को देखते हुए योगी सरकार पहले ही अलाव और कंबल की पूरी व्यवस्था करने के निर्देश दे चुकी है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राज्य के सभी 75 जिलों में 29 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किये जा रहे हैं | प्रदेश में शीतलहर को देखते हुए योगी सरकार द्वारा राज्य आपदा मोचन निधि में 12 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है |
तीन जिलों में कंबल नहीं ख़रीदे जा सके
हालांकि 72 जिलों में कंबल खरीद का काम पूरा हो चुका है, लेकिन तीन जिलों में देरी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताई | सीएम के निर्देश पर तीनों जिलों के जिलाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है | मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि कहीं भी अलाव और कंबल की कमी नहीं होनी चाहिए, इसके अलावा कंबल की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
इन जिलों के डीएम ने बरती लापरवाही
जिलों में कंबल वितरण और अलाव की तैयारियों की निगरानी सीधे मुख्य सचिव स्तर से की जा रही है. सरकार राज्य के सभी 75 जिलों के लिए कंबल खरीदने पर जहां 27.27 करोड़ रुपये खर्च कर रही है, वहीं अलाव के लिए 1.77 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
अब तक प्रदेश के 72 जिलों में कंबल खरीद की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जबकि कानपुर देहात, संभल और एटा में इस काम में देरी पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई और उनसे स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए
अब तक 45 हजार से अधिक कम्बल वितरित
20 दिसंबर तक राज्य में 3,30,794 कंबलों की खरीदारी पूरी हो गयी और 45,293 कंबल वितरित भी किये गये. वहीं, पूरे राज्य में 1,199 रैन बसेरे संचालित हैं. इसके अलावा योगी सरकार ने अलाव जलाने के लिए प्रति तहसील 50,000 रुपये भी आवंटित किए |
मुख्यमंत्री ने खादी ग्रामोद्योग बोर्ड से खुली निविदा के माध्यम से गोरखपुर, अयोध्या, मीरजापुर, वाराणसी, मुरादाबाद मण्डलों द्वारा एल-1 की दर पर कुल 24 हजार कम्बल खरीदने के निर्देश दिये। प्रदेश में शीतलहर को देखते हुए योगी सरकार की ओर से राज्य आपदा मोचन निधि में 12 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है |