लखनऊ: सालों से नहीं बढ़ा सफाई कर्मचारियों का वेतन, संविदा कर्मचारी संघ ने सीएम से लगाई गुहार

डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में आउटसोर्सिंग के आधार पर काम करने वाले सफाई कर्मचारियों का वेतन पिछले 3 वर्षों में नहीं बढ़ा है। इसके अलावा इन कर्मचारियों को बोनस का लाभ भी नहीं मिल रहा है | 

लखनऊ: सालों से नहीं बढ़ा सफाई कर्मचारियों का वेतन, संविदा कर्मचारी संघ ने सीएम से लगाई गुहार
संविदा कर्मचारी संघ ने सीएम से लगाई गुहार
लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में आउटसोर्सिंग के आधार पर काम करने वाले सफाई कर्मचारियों का वेतन पिछले 3 वर्षों में नहीं बढ़ा है। इसके अलावा इन कर्मचारियों को बोनस का लाभ भी नहीं मिल रहा है | 

राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के संविदा कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सफाई कर्मचारियों की समस्या का समाधान करने का अनुरोध किया है | 
 

दरअसल, डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की सफाई व्यवस्था के लिए वर्ष 2020 में सफाई एवं स्वच्छता अनुबंध पर हस्ताक्षर किया गया था | जिसके तहत प्राइम क्लीनिंग सर्विसेज ने संस्थान में करीब 400 सफाई कर्मचारी तैनात किए हैं | सैकड़ों सफाई कर्मचारी 2011 से काम कर रहे हैं और साल 2015 में अन्य कर्मचारियों के साथ उन्हें भी वेतन वृद्धि का लाभ मिला, लेकिन पिछले तीन साल से सफाई कर्मचारियों को वेतन वृद्धि और बोनस का लाभ नहीं मिल सका | 


इसके साथ ही कई वर्षों से काम कर रहे सफाई कर्मचारियों की सेवाओं की जिम्मेदारी भी संस्थान से चली गई। अनुबंधित सेवाएँ प्रदान करने वाली अन्य कंपनियों द्वारा नियुक्त कर्मचारियों को वेतन वृद्धि और बोनस का लाभ मिला। सफाई कर्मचारियों को वेतन वृद्धि और बोनस संबंधी लाभ नहीं मिलने का कारण सफाई कर्मचारियों की तैनाती के नियम हैं।

डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान संविदा कर्मचारी संघ के महासचिव सच्चितानंद मिश्र ने कहा कि वर्ष 2015 में सरकार द्वारा सफाई कर्मचारियों के लगभग 120 पद (आउटसोर्स) सृजित किये गये थे और 120 पद पहले ही सृजित किये जा चुके हैं। यह देखते हुए कि सफाई एवं स्वच्छता की प्रतिस्पर्धा के कारण संस्थान में इन पदों पर कोई कर्मचारी तैनात नहीं है। 

उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की प्रक्रिया फिलहाल सरकार के पास विचाराधीन है, इसलिए जरूरी है कि वेतन बढ़ोतरी का फायदा सफाई कर्मचारियों को भी मिले. इसके चलते मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को पत्र भेजकर मांग की गई है कि अब संस्थान में सफाई एवं स्वच्छता प्रतियोगिता आयोजित न की जाए। सफाई कर्मचारियों को भी मानव आपूर्ति के अंतर्गत रखा जाना चाहिए ताकि कर्मचारियों को अन्य कर्मचारियों की तरह वेतन वृद्धि, बोनस और सभी लाभ मिल सकें।


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