सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका है, जहां आप नियमित रूप से, आमतौर पर महीने में, एक निश्चित राशि दाखिल करते हैं |
म्यूचल फंड में SIP : यह अनुशासित दृष्टिकोण आपको संयोजन और डॉलर-लागत औसतन की शक्ति से लाभ उठाने की अनुमति देता है, जिससे आपके वित्तीय लक्ष्य प्राप्त करना आसान होता है |
म्यूचल फंड में SIP करने के लिए, आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:-
एक म्यूचल फंड चुनें जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं.
एक निश्चित राशि तय करें जिसे आप हर महीने निवेश करना चाहते हैं.
एक निश्चित समय अवधि तय करें जिसके दौरान आप निवेश करना चाहते हैं.
अपने बैंक से निवेश राशि की नियमित डेबिट की व्यवस्था करें.
करोड़पति बनने के लिए, आपको लंबी अवधि के लिए निवेश करना होगा.
उदाहरण के लिए, ₹10,000 की एसआईपी राशि एक निवेशक को 20 साल में करोड़पति बना सकती है. यदि आप ₹20,000 मासिक जमा करते हैं, तो आपको 15 साल में करोड़पति बनने में मदद मिल सकती है. यह योजना आपके वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता, और निवेश की अवधि पर निर्भर करेगी |
फंड का चयन करते समय, आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:-
वित्तीय लक्ष्य: आपके वित्तीय लक्ष्यों को समझना महत्वपूर्ण है. आपके लक्ष्य आपके निवेश की अवधि, जोखिम सहनशीलता, और आपके निवेश की प्रकृति को निर्धारित करेंगे.
फंड का प्रकार: आपको इक्विटी (equity), डेट (debt), हाइब्रिड (hybrid), लिक्विड (liquid) आदि जैसे विभिन्न प्रकार के म्यूचुअल फंडों में से चुनना होगा
फंड का प्रदर्शन: फंड के पिछले प्रदर्शन की जांच करें. यद्यपि भूतकालीन प्रदर्शन भविष्यवाणी का सुचक नहीं होता है, लेकिन यह आपको फंड के प्रबंधन की गुणवत्ता के बारे में एक अनुमान देता है.
एक्सपेंस रेश्यो: एक्सपेंस रेश्यो वह फीस होती है जिसे आप Asset Management Company (AMC) को अपना फण्ड (निवेश) मैनेज करने के लिए देते हैं |
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निम्न जोखिम वाले म्यूचुअल फंड का चयन करते समय, आपको निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए:-
फंड का आकार: बड़े फंड का चयन करना अच्छा हो सकता है क्योंकि उनमें लिक्विडिटी अधिक होती है.
यदि आपको म्यूचुअल फंड की पूरी जानकारी नहीं है, तो आपको हमेशा रेगुलर फंड में निवेश करना ही सही विकल्प होता है. इसके अलावा, आप अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श कर सकते हैं.
फंड का प्रदर्शन: फंड के पिछले प्रदर्शन की जांच करें. यद्यपि भूतकालीन प्रदर्शन भविष्यवाणी का सुचक नहीं होता है, लेकिन यह आपको फंड के प्रबंधन की गुणवत्ता के बारे में एक अनुमान देता है.
फंड की प्रकृति: फंड की प्रकृति और उसके निवेश उद्देश्यों को समझें. यह आपको यह जानने में मदद करेगा कि फंड आपके वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के साथ कैसे मेल खाता है.
एक्सपेंस रेश्यो: एक्सपेंस रेश्यो वह फीस होती है जिसे आप Asset Management Company (AMC) को अपना फण्ड (निवेश) मैनेज करने के लिए देते हैं1. निम्न एक्सपेंस रेश्यो वाले फंड का चयन करना बेहतर होता है.
बिंदुओं को ध्यान में रखकर, आप अपने लिए सही म्यूचुअल फ़ंड का चयन कर सकते हैं. यदि आपको म्यूचुअल फ़ंड की पूरी जानकारी नहीं है, तो आपको हमेशा रेगुलर फ़ंड में निवेश करना ही सही विकल्प होता है.
Expense Ratio एक महत्वपूर्ण परिमाण है जिसे SIP (Systematic Investment Plan) करते समय ध्यान में रखना चाहिए. यह आपके निवेश के रिटर्न पर प्रभाव डालता है.
यहां कुछ बिंदु हैं जिन्हें आप ध्यान में रख सकते हैं:-
Expense Ratio की समझ: Expense Ratio वह शुल्क होता है जो आप Asset Management Company (AMC) को अपना फण्ड (निवेश) मैनेज करने के लिए देते हैं. यह आपके निवेश के रिटर्न पर प्रभाव डालता है.
Expense Ratio की गणना: Expense Ratio की गणना करने का तरीका है, फंड फीस के टोटल अमाउंट को (मैनेजमेंट और ऑपरेटिंग खर्चे) फंड एसेट के टोटल वैल्यू से विभाजित करना.
Expense Ratio का चयन: कम Expense Ratio वाले फंड का चयन करना बेहतर होता है1. यह आपके रिटर्न को बढ़ाने में मदद कर सकता है1. लेकिन, यह भी संभव है कि उच्च Expense Ratio वाला फंड अच्छे रिटर्न दे.
Expense Ratio का नियंत्रण: आपके द्वारा चुकाए जाने वाले Expense Ratio को SEBI (Securities and Exchange Board of India) द्वारा निर्धारित सीमा के अंतर्गत रखा जाता है.
इन बिंदुओं को ध्यान में रखकर, आप SIP करते समय Expense Ratio पर सही ध्यान दे सकते हैं
नीचे इन तीनों के बारे में संक्षेप में विवरण दिया गया है:-
एक्विटी फंड: ये फंड उच्च रिटर्न और उच्च जोखिम वाले होते हैं. यदि आपकी निवेश की अवधि लंबी है (7-10 वर्ष या अधिक) और आप उच्च जोखिम लेने के लिए तैयार हैं, तो एक्विटी फंड आपके लिए उपयुक्त हो सकते हैं.
डेब्ट फंड: ये फंड कम जोखिम और संतुलित रिटर्न वाले होते हैं. यदि आपकी निवेश की अवधि कम है (3-5 वर्ष) और आप निम्न जोखिम लेना चाहते हैं, तो डेब्ट फंड आपके लिए उपयुक्त हो सकते हैं.
हाइब्रिड फंड: ये फंड एक्विटी और डेब्ट दोनों प्रकार के निवेशों को मिलाकर आपके वित्तीय लक्ष्य को पूरा करने के लिए एक साथ निवेश करते हैं. यदि आप अपने पोर्टफोलियो को विभाजित करना चाहते हैं और एक्विटी और डेब्ट दोनों के लाभ उठाना चाहते हैं, तो हाइब्रिड फंड आपके लिए उपयुक्त हो सकते हैं |
आपके वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के आधार पर, आप उपयुक्त फंड का चयन कर सकते हैं. यदि आप अभी भी अनिश्चित हैं, तो आप एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श कर सकते हैं.
2022 के लोकप्रिय म्यूचुअल फंड मैनेजरों की सूची निम्नलिखित है:-
श्रीदत्त भंडवालदार (Shridatta Bhandwaldar): Canara Robeco Mutual Fund
गौरव मिश्रा (Gaurav Misra): Mirae Asset Global Investment
श्रेयश देवलकर (Shreyash Devalkar): Axis Mutual Fund
इन मैनेजरों ने अपने निवेशकों के लिए सबसे अधिक संपत्ति उत्पन्न की. यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने निवेश के लिए सही म्यूचुअल फंड मैनेजर का चयन करें, जो आपके वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के साथ मेल खाता हो.
2023 के लोकप्रिय म्यूचुअल फंड मैनेजरों की सूची निम्नलिखित है:-
श्रेयश देवलकर (Shreyash Devalkar): Axis Mutual Fund, AUM: ₹58,601 Cr, Schemes: 12, Experience: 14 Years1
अनिरुद्ध नाहा (Aniruddha Naha): PGIM India Mutual Fund, AUM: ₹12,503 Cr, Schemes: 12, Experience: 18+ Years1
आर. श्रीनिवासन (R. Srinivasan): SBI Mutual Fund, AUM: ₹1,14,343 Cr, Schemes: 14, Experience: 26 Years1
संकरन नारेन (Sankaran Naren): ICICI Prudential Mutual Fund, AUM: ₹1,23,053 Cr, Schemes: 33, Experience: 26 Years1
जिनेश गोपानी (Jinesh Gopani): Equities - Axis Mutual Fund, AUM: ₹54,466 Cr, Schemes: 24, Experience: 17 Years
सोहिनी आंदानी (Sohini Andani): SBI Mutual Fund, AUM: ₹36,724 Cr, Schemes: 4, Experience: 23 Years
मनीष गुणवान (Manish Gunawan): Nippon India Mutual Fund, AUM: ₹22,395 Cr, Schemes: 12, Experience: 20+ Years
हर्ष उपाध्याय (Harsha Upadhyaya): Kotak Mahindra Mutual Fund, AUM: ₹50,059 Cr, Schemes: 14, Experience: 23 Years
चंद्रप्रकाश पडियार (Chandraprakash Padiyar): Tata Mutual Fund, AUM: ₹7,906 Cr, Schemes: 10, Experience: 19 Years
अंकित अग्रवाल (Ankit Agarwal): UTI Mutual Fund, AUM: ₹8,167 Cr, Schemes: 5, Experience: 15+ Years
इन मैनेजरों ने अपने निवेशकों के लिए सबसे अधिक संपत्ति उत्पन्न की. यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने निवेश के लिए सही म्यूचुअल फंड मैनेजर का चयन करें, जो आपके वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के साथ मेल खाता हो.
निवेश की अधिकतम राशि का कोई निर्धारित सीमा नहीं
SIP (Systematic Investment Plan) में निवेश की अधिकतम राशि का कोई निर्धारित सीमा नहीं होता है. आप अपनी सुविधानुसार किसी भी राशि का निवेश कर सकते हैं. यह आपकी आय, वित्तीय लक्ष्यों, और निवेश की अवधि पर निर्भर करेगा.
एसआईपी में निवेश करने की न्यूनतम राशि आमतौर पर ₹500 या ₹1000 होती है, लेकिन यह फंड के प्रकार पर निर्भर करता है. जैसे-जैसे आपकी आय बढ़ती है, आप अपने एसआईपी में निवेश की राशि को बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं.
यद्यपि, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी आय और व्यय के अनुसार एक संतुलित निवेश योजना तैयार करें. यदि आप अभी भी अनिश्चित हैं, तो आप एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श कर सकते हैं.