सहकारिता प्रेम श्रद्धा विश्वास का उमड़ा संगम है। पावन अयोध्यापुरी धाम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कुशल नेतृत्व में अविस्मरणीय सुयोग का उपयोग का अवसर चंदौली के सैकड़ो कार्यकर्ताओं को मिला |
राम विवाद नहीं समाधान है विजय नहीं विनय है
By Diwakar Rai /ब्यूरो चीफ चंदौली |
सहकारिता प्रेम श्रद्धा विश्वास का उमड़ा संगम है। पावन अयोध्यापुरी धाम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कुशल नेतृत्व में अविस्मरणीय सुयोग का उपयोग का अवसर चंदौली के सैकड़ो कार्यकर्ताओं को मिला |
यह ऐतिहासिक क्षण युग युगांतर तक मानस पटेल पर छाया रहेगा| हमको प्रेरणा लेनी चाहिए राम पुत्र, भाई ,पति, राजा, आदर्श, मर्यादा ,व्यवहार और उनके भाव को अपने जीवन में उतरना ही अयोध्यापुरी के दर्शन का सार्थक परिणाम है ।
राम विवाद नहीं समाधान है विजय नहीं विनय है हमारे नहीं सबके हैं मेरे प्रभु श्री राम देव से देश व राम से राष्ट्र की एक लंबी यात्रा तय किया है पावन अयोध्यापुरी दर्शन के दौरान उनकी भी याद आई है जिनके कार्य और समर्पण ,त्याग बलिदान से यह शुभ दिन देखने को मिला राम बरसों बाद टाट से उठकर ठाठ में विराजमान है। प्रभु को सेवा दान परोपकार पराक्रम पुरुषार्थ समर्पण का प्रसाद अर्पित करना है।
घुमक्कड़ी में कष्ट भी होते हैं, लेकिन उसे उसी तरह समझिए; जैसे भोजन में मिर्च मिर्च में यदि कड़वाहट न हो, तो क्या कोई मिर्च- प्रेमी उसमें हाथ भी लगाएगा?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ,बजरंग दल एवं सहकार भारती जिला अध्यक्ष चन्दौली ने सहभाग किया।