Pakistan Election 2024 : पाकिस्तान में चुनाव नतीजों की अंतिम तस्वीर अभी भी स्पष्ट नहीं है. इस बीच ऐसी अटकलें हैं कि नवाज शरीफ एक बार फिर प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहते हैं |
Pakistan Election 2024 : पाकिस्तान में अगली सरकार के लिए हुए चुनाव में अभी तक कोई भी स्पष्ट बहुमत हासिल नहीं कर पाया है. इस बीच खबर आई है कि तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ चौथी बार इस पद पर रहने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रखते हैं |
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के सूत्रों ने कहा कि ऐसी संभावना है कि नवाज के भाई शहबाज शरीफ एक बार फिर इस पद पर आसीन हो सकते हैं.
पाकिस्तान में आठ फरवरी को मतदान हुआ था. आज 11 तारीख़ को रविवार है और नतीजा अभी तक नहीं आया है. यूं तो यहां चुनावी मैदान में दर्जनों पार्टियां हैं, लेकिन असली मुकाबला इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई), नवाज शरीफ की पीएमएल-एन और बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच था। यह चुनाव इमरान खान की पार्टी के उम्मीदवारों ने स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था |
आखिर नवाज़ शरीफ़ क्या चाहते हैं?
सूत्रों के मुताबिक नवाज शरीफ के बारे में कहा जाता है कि वह अपनी बेटी मरियम नवाज के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री का पद चाहते हैं. एक सूत्र ने कहा कि नवाज के सेना विरोधी रुख के कारण उनके नेतृत्व वाली सरकार इस विचार से सहज नहीं है। सेना को लगता है कि शहबाज शरीफ इस काम के लिए बेहतर रहेंगे. हालांकि, राजनीतिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान का भविष्य क्या होगा, यह तो चुनाव नतीजे आने के बाद ही साफ हो पाएगा।
अब तक क्या नतीजे आए ?
ताजा जानकारी के मुताबिक अब तक 265 सीटों में से 257 सीटों पर नतीजे घोषित हो चुके हैं. इनमें से पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने 102 सीटें जीतीं। वहीं, पीएमएलएन ने 73 सीटें जीतीं और दो निर्दलीयों ने भी उसका समर्थन किया. इसके अलावा, पीपीपी केवल 54 सीटें जीतने में सफल रही। यहां सभी पार्टियां सरकार बनाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन अभी तक किसी को खास सफलता नहीं मिली है |
पीटीआई का प्रदर्शन होगा आज
पीटीआई ने घोषणा की कि मतदाता धोखाधड़ी और धांधली के खिलाफ दोपहर 2 बजे से पूरे पाकिस्तान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किए जाएंगे। पार्टी ने यह भी कहा कि हमारे विजयी निर्दलीय उम्मीदवार आज किसी न किसी पार्टी से जुड़े रहेंगे क्योंकि वे सरकार बनाने का दावा नहीं कर सकते। सूत्रों के मुताबिक, माना जा रहा है कि पीटीआई इसके लिए मजलिस वहदत-ए-मुस्लिमीन पाकिस्तान (एमडब्ल्यूएमपी) से हाथ मिला सकती है।