मुगलसराय कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रहे संतोष श्रीवास्तव को एक गांव में चहारदीवारी बनाने के एवज में पैसा लेने के मामले में विभागीय जांच के दौरान दोषी पाए जाने के बाद एक साल के लिए न्यूनतम वेतन देने की अनुशंसा की गयी है |
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SP Dr. Anil Kumar |
एसपी की जांच में मुगलसराय के पूर्व कोतवाली प्रभारी दोषी पाए गए
आरोपी इंस्पेक्टर वर्तमान में यह भदोही जिले में हैं तैनात
रिश्वतखोरी की शिकायत पर कोतवाली का चार्ज हटा दिया गया
By- Diwakar Rai /ब्यूरो चीफ चंदौली |
जनपद के मुगलसराय कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रहे संतोष श्रीवास्तव को एक गांव में चहारदीवारी बनाने के एवज में पैसा लेने के मामले में विभागीय जांच में दोषी करार दिया गया, फिर पुलिस अधीक्षक चंदौली ने उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये।
बताया जा रहा है कि इस संबंध में अब उन्हें एक नोटिस भेजा गया है जिसमें उन्हें एक साल के लिए न्यूनतम वेतन देने की सिफारिश की गई है और वरिष्ठ अधिकारियों को उनके कार्यों के बारे में सूचित भी किया गया है | बता दें कि इस कार्रवाई के बाद दीनदयाल नगर की कमान,कोतवाल संतोष श्रीवास्तव को नियुक्त किया गया था ।
आरोप यह रहा कि मुगलसराय कोतवाली के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक संतोष श्रीवास्तव ने मुगलसराय कोतवाली औद्योगिक नगर पुलिस चौकी क्षेत्र के कबीरपुर गांव में बाउंड्रीवाल बनाने के लिए एक व्यक्ति से पैसे की मांग की थी. आरोप है कि इस दौरान उस व्यक्ति ने प्रभारी निरीक्षक को पांच-पांच हजार रुपये बांटकर कुल 20 हजार रुपये दिए थे।
लाइन हाजिर कर निलंबित किए गए संतोष श्रीवास्तव पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी तेज
आरोप यह रहा कि मुगलसराय कोतवाली के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक संतोष श्रीवास्तव ने मुगलसराय कोतवाली औद्योगिक नगर पुलिस चौकी क्षेत्र के कबीरपुर गांव में बाउंड्रीवाल बनाने के लिए एक व्यक्ति से पैसे की मांग की थी. आरोप है कि इस दौरान उस व्यक्ति ने प्रभारी निरीक्षक को पांच-पांच हजार रुपये बांटकर कुल 20 हजार रुपये दिए थे।
लाइन हाजिर कर निलंबित किए गए संतोष श्रीवास्तव पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी तेज
इसके बाद घटना के बाद पीड़िता ने इसकी सूचना तत्कालीन पुलिस अधीक्षक को दी. इस दौरान प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस अधीक्षक ने 31 दिसंबर को इंस्पेक्टर संतोष श्रीवास्तव को लाइन हाजिर कर दिया | इसके बाद संतोष श्रीवास्तव का पैसे लेने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया | प्रारंभिक जांच में संतोष श्रीवास्तव को दोषी पाया गया। इसके बाद उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गयी. करीब एक साल बाद विभागीय जांच में उन्हें दोषी भी पाया गया |
पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए एक साल के लिए न्यूनतम वेतन देने की अनुशंसा की और विभाग के वरीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दी | इस संबंध में संतोष श्रीवास्तव को नोटिस भी भेजा गया था |
मुगलसराय कोतवाली के तत्कालीन प्रभारी संतोष श्रीवास्तव को विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर चंदौली पुलिस अधीक्षक ने उन्हें एक साल तक न्यूनतम वेतन देने की संस्तुति की | वर्तमान में संतोष श्रीवास्तव भदोही जिले में तैनात हैं। कुछ दिन पहले पुलिस अधीक्षक भदोही ने उन्हें गोपीगंज थाने के प्रभारी पद से हटाते हुए विवेचना सेल का प्रभारी बना दिया।
मामले पर जानकारी देते हुए एसपी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि विभागीय जांच में संतोष श्रीवास्तव को दोषी पाये जाने पर एक साल के न्यूनतम वेतन की अनुशंसा करते हुए नोटिस जारी किया गया है और विभाग के वरीय अधिकारियों को भी पत्र भेजा गया है |
मामले पर जानकारी देते हुए एसपी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि विभागीय जांच में संतोष श्रीवास्तव को दोषी पाये जाने पर एक साल के न्यूनतम वेतन की अनुशंसा करते हुए नोटिस जारी किया गया है और विभाग के वरीय अधिकारियों को भी पत्र भेजा गया है |