प्रेमी युगल ने थाना परिसर में स्थित मंदिर में ईश्वर को साक्षी मानकर सात फेरे लिए। बैंड बाजा तो नहीं था, लेकिन घर वालों व पुलिस की मौजूदगी में शादी की रस्में पूरी करने के बाद दोनों एक साथ चले गए।
मामला मुगलसराय कोतवाली का
दुलहीपुर, चंदौली । मुगलसराय कोतवाली में परिवार की रजामंदी के बाद प्रेमी युगल ने थाना परिसर में स्थित मंदिर में ईश्वर को साक्षी मानकर सात फेरे लिए। बैंड बाजा तो नहीं था, लेकिन घर वालों व पुलिस की मौजूदगी में शादी की रस्में पूरी करने के बाद दोनों एक साथ चले गए।
शिवाला चौकी क्षेत्र के भिसौड़ी गांव के सुरेश का पुत्र राहुल मजदूरी का काम करता है। वह अपने घर से दो सौ मीटर दूर अपने ही गांव के ही रिश्ते में दादा लगने वाले मोती के बेटी सोनी एक वर्ष से एक दूसरे को प्यार करते थे। जब इसकी जानकारी परिजनों को मिली तो अपने-अपने बच्चों पर दबाव बनाने लगें। निरंतर दबाव मिलने पर दोनों प्रेमियों के प्यार परवान चढ़ा और दोनों एकदूजे का बनने के लिए एक सप्ताह पूर्व घर से निकल कर भाग गए लेकिन लड़का अपने घर पर ही दिखाई देता था।
इस पर लड़की की मां ने पुलिस को लिखित नामजद तहरीर दिया। पुलिस ने लड़के को उसके घर से पकड़ कर थाने ले आई और पूछताछ करने लगी।पूछताछ में लड़के ने ही मुगलसराय थाना क्षेत्र के एक गांव से लड़की को बरामद कराया। थाने में ही पुलिस के सामने करीब दो घंटे तक दोनों पक्षों को क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व्दारा समझाया गया। काफी मान मुनव्वल के बाद दोनों के घर वाले राहुल व सोनी की शादी कराने के लिए राजी हुए। हालाँकि दोनों के बीच बुआ- भतीजे का दूर का रिश्ते बताया जा रहा है |
इसके बाद थाने में स्थित मंदिर में पुलिस व परिजनों की मौजूदगी में शादी की रस्में कराई गईं। प्रभारी निरीक्षक विजय बहादुर सिंह ने बताया कि लड़की के बरामदगी पर दोनों पक्ष थाने आए थे। दोनों के परिवारों में आपसी सहमति बनने के बाद थाना परिसर के मंदिर में शादी करने के बाद दोनों के परिजन घर वापस चले गए।