भीषण गर्मी में सफर के दौरान अगर यात्रियों की तबीयत बिगड़ती है तो उन्हें तत्काल प्रभाव से अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा, जिसके बाद ही रोड बस आगे बढ़ेगी |
लखनऊ पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट। भीषण गर्मी में यात्रियों के स्वास्थ्य और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने बड़ा फैसला लिया है। भीषण गर्मी में सफर के दौरान अगर यात्रियों की तबीयत बिगड़ती है तो उन्हें तत्काल प्रभाव से अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा, जिसके बाद ही रोड बस आगे बढ़ेगी |
राज्य सड़क परिवहन निगम के एमडी मासूम अली सरवर के मुताबिक, सभी रोड डिपो के कंडक्टरों और बस चालकों को निर्देश दिया गया है कि गर्मी और उमस में बढ़ोतरी को देखते हुए अगर यात्रा के दौरान किसी भी यात्री की तबीयत बिगड़ती है, तो उसे सबसे पहले रुकना होगा रास्ते में। इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती हों, उसके बाद ट्रेन अगली यात्रा के लिए रवाना होगी |
प्रशासन का कहना है कि कंडक्टर और ड्राइवर का पहला कर्तव्य यात्रियों को सुविधाएं मुहैया कराना है और इसका सख्ती से पालन हो, इसके लिए सड़क परिवहन कंपनी के सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को सूचित कर दिया गया है. गर्मियों के दौरान बसों के अंदर प्राथमिक चिकित्सा किट के बक्से रखना भी अनिवार्य हो गया है। जिससे यात्री को बस में ही प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया जा सके।