ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के संस्थापक सदस्य अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा, अभी देश के देश की प्रति व्यक्ति आय एक लाख सत्तर हजार रुपए प्रतिवर्ष है लेकिन यह पैसा भी लोगों को नहीं मिलता है।
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ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के संस्थापक सदस्य अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने की एजेंडा लोकसभा चुनाव पर चर्चा |
मुख्य बातें :-
●राष्ट्रीय आय में मिले लोगों को हिस्सा :
● समाज के मैत्रीभाव को नष्ट करने वाली बीजेपी के खिलाफ लड़ रही भारतीयता
● आज आईपीएफ नेता अजय राय के घर पर पहुंचे राष्ट्रीय संस्थापक अखिलेंद्र प्रताप सिंह, की एजेंडा लोकसभा चुनाव पर चर्चा
पूर्वांचल न्यूज प्रिंट / चंदौली , चकिया | राष्ट्रीय आय में लोगों को हिस्सा मिलना बेहद जरूरी है। इससे ही लोगों की गरीबी दूर हो सकती है और क्रय शक्ति की बढ़ सकती है। अभी देश के देश की प्रति व्यक्ति आय एक लाख सत्तर हजार रुपए प्रतिवर्ष है लेकिन यह पैसा भी लोगों को नहीं मिलता।
देश की बड़ी आबादी दस हजार रुपए से कम में अपनी आजीविका चलाती हैं। जबकि देश का खजाना आम जनता के टैक्स से भरता है। वास्तव में राष्ट्रीय आय का बड़ा हिस्सा कॉर्पोरेट घरानों द्वारा हड़प लिया जा रहा है। राज्य का पूंजी पर नियंत्रण खत्म हो गया है और मोदी सरकार ने देश की प्राकृतिक संपदा, सार्वजनिक संपत्ति को कॉर्पोरेट घरानों के हवाले कर दिया है।
आज भाजपा ने भारत गणराज्य की आर्थिक सम्प्रभुता की भारी क्षति की है। इसलिए यह राष्ट्रीय दायित्व है कि देश को आर्थिक रूप से गुलाम बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी को इस लोकसभा चुनाव में हराया जाए। यह बातें एजेंडा लोकसभा चुनाव पर आईपीएफ नेता अजय राय के घर पर आएं ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के संस्थापक सदस्य अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहीं।
उन्होंने कहा कि कॉर्पोरेट घरानों के ऊपर संपत्ति कर और उत्तराधिकार कर लगाकर जनता की कल्याणकारी योजनाओं के लिए संसाधनों को इकट्ठा किया जा सकता है। यदि देश के बड़े पूंजी घरानों पर यह टैक्स लगे तो देश के हर नागरिक के लिए रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, वृद्धावस्था पेंशन और आवास जैसे अधिकारों की गारंटी की जा सकती है। विपक्षी दलों को भी जनता के जीवन की बेहतरी के लिए कॉर्पोरेट पर टैक्स लगाने के सवाल को मजबूती से उठाना होगा।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस ने हजारों साल से बने हुए हमारे देश के मैत्री भाव को नष्ट करने का काम किया है। आज पूरे समाज की शांति, भाईचारे को खत्म कर दिया गया है और तनाव के वातावरण में लोग जी रहे हैं। भाजपा आरएसएस की विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ आज भारतीयता खड़ी हो गई है और लोग इनके कर्मों का इनको हराकर जवाब देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र पर बड़े पैमाने पर हमला किया गया है और असहमति की आवाज को कुचल देने की कोशिश भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा की गई। यूएपीए जैसे काले कानून में लोगों को सालों जेल में बंद रखा जा रहा है। बुलडोज कर देने, संपत्ति कुर्क कर देने के जरिए बर्बर दमन हो रहा है और देश जेल खाने में तब्दील हो गया है। आज लोकतंत्र की रक्षा की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए भाजपा को हराना जरूरी है लेकिन साथ ही जन मुद्दों को भी मजबूती से उठाना होगा। आईपीएफ राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय व अखिलेश दूबे भी मौजूद रहें !