मैंने चुनाव लड़ने के लिए अपना घर बेच दिया, अपना सोना बेच दिया, मेरा नामांकन खारिज कर दिया गया। अब मैं बर्बाद हो गया हूं | यह दुखद कहानी है जौनपुर संसदीय सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरने वाले अमित कुमार सिंह की |
जौनपुर/लखनऊ , पूर्वांचल न्यूज प्रिंट | मैंने चुनाव लड़ने के लिए अपना घर बेच दिया, अपना सोना बेच दिया, मेरा नामांकन खारिज कर दिया गया। अब मैं बर्बाद हो गया हूं. यह दुखद कहानी है जौनपुर संसदीय सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरने वाले अमित कुमार सिंह की. लेकिन उनका सांसद बनने का सपना तब टूट गया जब उनका नामांकन खारिज हो गया. नामांकन खारिज होने पर अमित सिंह खूब रोने लगे और कहा कि उन्होंने 7 मार्च से खाना नहीं खाया है, अब तांडव करने जा रहे हैं |
निर्दलीय प्रत्याशी अमित कुमार सिंह ने मामला उठाया और कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि डीएम कार्यालय में सीसीटीवी क्यों नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने 25 हजार रुपये राजकोष में जमा कर दिये, 5 हजार रुपये वकील को दे दिये, वह भाग गया और यहां नहीं आया. वह कह रहा है कि यह हमारी गलती नहीं है |