बस आप कल्पना कीजिये 47 डिग्री तापमान में जल-भुन कर, कड़ाके की ठंढ में भी शिद्दत से काम करता हुआ देश का एक बिजली कर्मचारी जो जानता और समझता है |
By-Diwakar Rai /ब्यूरो चीफ चंदौली | बस आप कल्पना कीजिये भीषण गर्मी तपते खम्भे पर चढ़कर जम्फर और फ्यूज तो बांधता ही है साथ ही पोल टूटने तार टूटने पर इस तपती धुप में बिजली बीर अपने जान की परवाह किये बगैर तपती धुप, कड़ाके की ठंढ में दिन रात कार्य करते हैं |
एसी, कूलर, पंखा चलाकर फ्यूज और हाईटेंशन उड़ाएंगे हमलोग तथा हमलोग ही निरंतर फ़ोन भी करेंगे कि लाइट कब आएंगी, कब की गई है, कुछ काम नहीं करते फ्री की तनख्वाह ले रहे हो, विद्युत् उपभोक्ताओं का कोपभाजन भी इन्हे बनना पड़ता है|
इन सबके बीच 47 डिग्री तापमान में जल-भुन कर, कड़ाके की ठंढ में भी शिद्दत से काम करता हुआ देश का एक बिजली कर्मचारी जो जानता और समझता है कि वो जितनी जल्दी विधुत अवरोध को ठीक करेगा जनसामान्य को उतनी जल्दी भीषण गर्मी, ठंढी से राहत मिलेगी क्यूंकि इन्हीं लोगों में उसके घर के बच्चे और परिवार भी हैं |
ऐसे अल्प वेतन भोगी बिजली वीरो को मानदेय के साथ परमानेंट ड्यूटी और सुविधाएं मिलनी चाहिए ये जनता की आवाज है | ड्यूटी पीरियड में भगवान न करें कोई घटना घटित हो अगर संयोगबस गाहे बेगाहे कोई घटना घट जाती है तो उन्हें कोई नहीं पूछता | ये कर्मचारी बिना सुविधा के विद्युत व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं,विश्वस्त सूत्रों से यह भी सुनने को मिलता है कि समय से उनका मानदेय भी नहीं मिलता |