सबसे अधिक आबादी वाला गांव नादी–निधौरा के ग्रामीण बदहाली में जीवन बसर करने के लिए मजबूर हैं, देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के रूप में मना चुका है |
मुख्य बातें :-
विकास के दावे की पोल खोलता चंदौली जिले का निधौरा गांव,ग्रामीण कीचड़ भरे रास्तों से होकर जाने को विवश
यादव सेना संगठन के मीडिया प्रभारी सत्यम यादव ने कहा, यह कैसा है पूर्वांचल के गांवों का विकास !
चहनियां / चंदौली / पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट | यादव सेना संगठन के मीडिया प्रभारी सत्यम यादव ने बताया कि जनपद में सबसे अधिक आबादी वाला गांव नादी –निधौरा के ग्रामीण बदहाली में जीवन बसर करने के लिए मजबूर हैं एक तरफ देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के रूप में मना चुका है लेकिन निधौरा गांव की तस्वीर गुलामी वाले दिनों सी दिखाई देती है। यह कैसा है पूर्वांचल के गांवों का विकास !
ग्राम निधौरा के निवासी सत्यम ने मीडिया से कहा कि बरसात के दिनों में गलियों और रास्तों जलजमाव हो जाता है जिससे आवागमन में ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।वहीं पानी निकासी की समुचित व्यवस्था ना होने से आयेदिन रास्तों पर पानी जमा हो। जिससे ग्रामीणों में नाराजगी व्याप्त है। गांव वालों का कहना है की ग्राम प्रधान से लगायत जिला पंचायत सदस्य उच्च जनप्रतिनिधियों तक को इसकी सूचना दी गई है लेकिन कोई भी सुध लेने वाला नहीं है।
यहां के लिए कोई नाली है और ना ही जाने को कोई रास्ता, ये ना तो यहां के प्रधान जी को दिखायी दे रहा है और ना ब्लाक प्रमुख जी को और ना ही विधायक जी को दिखायी दे रहा है।जिला पंचायत चुनाव में प्रत्याशी रहे सेवानिवृत सैनिक बी.एल. यादव ने चुनाव में पराजय होने का बावजूद भी निजी खर्च से मिट्टी डलवाकर आवागमन के लायक बनवाया था किंतु भारी वर्षा के कारण मिट्टी बह गई और पुनः जलजमाव होने लगा है | जिससे ग्रामीण कीचड़ भरे रास्तों से होकर आवागमन करने हेतु विवश हैं। ग्रामीणों ने जिला के उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अतिशीघ्र मरम्मत करवाने की मांग किया है।