उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुई राज्यपाल, कहा - प्रदेश की जेलों में अध्ययन केंद्र शुरू किये जाने चाहिए

उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुई राज्यपाल, कहा - प्रदेश की जेलों में अध्ययन केंद्र शुरू किये जाने चाहिए

यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अपने दो दिवसीय दौरे पर संगम नगरी प्रयागराज पहुंचीं. उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं। 

उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुई राज्यपाल,  कहा - प्रदेश की जेलों में अध्ययन केंद्र शुरू किये जाने चाहिए

प्रयागराज / पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट / ब्यूरो चीफ रोशनी  : यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अपने दो दिवसीय दौरे पर संगम नगरी प्रयागराज पहुंचीं. बुधवार को वह उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं। समतोह में उन्होंने 26 मेधावी विद्यार्थियों को मेडल देकर सम्मानित किया। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि मुझे यह देखकर बहुत खुशी हुई कि छात्रों के साथ-साथ उनके परिवार भी यहां मौजूद हैं।
 

दीक्षांत समारोह में जब उन्होंने परिवार के बारे में बात की तो उन्होंने सास-बहू के रिश्ते पर भी बखूबी बात रखी. उन्होंने कहा कि जब सास-बहू के बीच संबंध और व्यवहार अच्छा होता है तो पूरे परिवार में खुशहाली रहती है. शिक्षा और घरेलू कामकाज के विषय पर उन्होंने कहा कि उनकी बेटियों के लिए घर में पढ़ाई के साथ-साथ रसोई का ध्यान रखना भी जरूरी है. क्योंकि आने वाले समय में बेटियों को ये खास तौर पर देखना पड़ेगा.

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के अध्ययन केन्द्रों में विद्यार्थियों की कम संख्या पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह चिंता का कारण है. उन्होंने कहा कि इनमें से कई युवा पुरुष और महिलाएं राज्य की जेलों में बंद हैं जो शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। लेकिन मजबूरी के कारण वह पढ़ाई नहीं कर पा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य की सभी जेलों में अध्ययन केंद्र खोलना जरूरी है. ताकि उन्हें भी शिक्षा मिल सके. समारोह में उन्होंने एक और खास चर्चा की.

उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुई राज्यपाल,  कहा - प्रदेश की जेलों में अध्ययन केंद्र शुरू किये जाने चाहिए


उन्होंने ट्रांसजेंडर्स की शिक्षा पर भी जोर दिया और कहा कि उनकी शिक्षा पर विचार किया जाना चाहिए. वह भी पढ़ना चाहता है लेकिन मंच नहीं मिल रहा है. मुख्य अतिथि केंद्रीय विश्वविद्यालय, दक्षिण बिहार, गया के कुलपति प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह ने मेधावी डिप्लोमा एवं मेडल प्राप्तकर्ताओं से कहा कि यह डिप्लोमा उन्हें भविष्य में सफलता भी दिलाएगा. जब आप बेहतर सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो निश्चित तौर पर सफल होंगे।

पदक विजेताओं में बेटियां आगे 
दीक्षांत समारोह में आज़मगढ़ की छात्रा आरती यादव को विश्वविद्यालय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर कुलाधिपति स्वर्ण पदक मिलेगा। इसके अतिरिक्त, 26 मेधावी छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में सर्वोत्तम ग्रेड प्राप्त करने के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा। खास बात यह है कि स्वर्ण पदकों की संख्या लड़कियों में अधिक है। इसमें 16 लड़कियां और 10 लड़के शामिल हैं।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि दीक्षांत समारोह में दिसंबर 2023 और जून 2024 सत्र में परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 31,940 छात्रों को डिप्लोमा प्रदान किया जाएगा। इसमें 19,096 लड़के और 12,844 लड़कियां शामिल हैं।

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